सांसद लालवानी ने इसे प्रधानमंत्री मोदी के विजन का विशिष्ट उदाहरण निरूपित किया
इंदौर। 26 फ़रवरी को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इंदौर के साथ देश के कई रेलवे स्टेशन के नवनिर्माण कार्य की शुरूआत करेंगे। इंदौर को रेलवे स्टेशन के मान से वे अब तक का सबसे बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं। 494.29 करोड़ की लागत से तैयार होने वाला यह एयरपोर्टनुमा रेलवे स्टेशन 42 माह में बनकर तैयार होगा। सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि आगामी 50 वर्षों के हिसाब से इसे तैयार करने की योजना बनाई गई है। पूरा प्लान इतनी दूरदृष्टि से बनाया गया है कि भविष्य में जब यहां से खंडवा की ओर भी ट्रेन चलने लगेगी और यह एक बड़े जंक्शन के रूप में काम करेगा तब भी यहां सुविधाएं कम नहीं पड़ेगी। जो सुविधाएं जुटाई गई हैं उसके अनुसार यह स्टेशन प्रतिदिन एक लाख से अधिक यात्रियों के आवागमन को संभालने लायक होगा। यहां यात्रियों की सुविधा के लिए 23 लिफ्ट, 17 एस्केलेटर और 3 सामान लिफ्ट का निर्माण होगा। स्टेशन से देश भर के लिए पार्सल सुविधा में भी अतिरिक्त विकास के मद्देनजर संपूर्ण व्यवस्थाओं को अंजाम दिया गया है। वर्तमान में इंदौर स्टेशन से 2800 क्विंटल पार्सल हेंडल किया जाता है जो भविष्य में 10000 क्विंटल होने की आशा है। इससे इंदौर के व्यापार को भी गति मिलेगी।
सांसद लालवानी ने बताया कि अनुमान के मुताबिक वर्तमान में रेलवे लगभग 4 करोड़ रू प्रतिवर्ष बिजली, पानी, साफ़ सफाई और मेन्टेनेंस पर खर्च करता है। इसमें से रेलवे 2.89 करोड़ का रेवेन्यू विभिन्न स्त्रोत से प्राप्त करता है। इसमें पार्सल सेवा से होने वाली आय शामिल नहीं की गई है। आपने बताया कि वर्तमान में प्रतिदिन 2460 प्लेटफॉर्म टिकिट बिकते हैं जिसके भविष्य में 5 से 7 गुना बढ़ जाने का अनुमान है। यह भी तय किया गया है कि जो बिजली विभिन्न आपरेशन में खर्च होगी उसका कम से कम 10% सोलर एनर्जी से प्राप्त हो।
सांसद लालवानी ने स्टेशन के सम्पूर्ण कायाकल्प को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन का नतीजा बताते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया है।