उत्तर प्रदेश की राजनीति और सरकार में खरमास समाप्त होते ही बदलाव की संभावनाएं बढ़ गई हैं। योगी सरकार में मंत्रिपरिषद विस्तार को लेकर सियासी हलचल तेज है। सूत्रों के अनुसार, नए साल की शुरुआत में मंत्रिपरिषद में कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं, जिसमें तीसरे डिप्टी सीएम के पद के लिए दलित महिला नेता का नाम चर्चा में है।
राज्य की सत्तारूढ़ भाजपा में लंबे समय से दलित महिला प्रतिनिधित्व की मांग उठती रही है और अब योगी सरकार इस दिशा में सकारात्मक संकेत दे रही है। मंत्रिपरिषद विस्तार में नए सदस्यों को शामिल करने के साथ-साथ कई मौजूदा मंत्रियों के विभागों में फेरबदल और कुछ को नई जिम्मेदारियां सौंपे जाने की संभावना भी जताई जा रही है।
डिप्टी सीएम के लिए दलित महिला के नाम चर्चा
मंत्रिपरिषद विस्तार में सबसे बड़ा ध्यान डिप्टी सीएम पद पर है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार यह कदम सरकार की सामाजिक संतुलन बनाए रखने और अल्पसंख्यक नेतृत्व में समावेश को मजबूत करने के उद्देश्य से उठाया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी नेतृत्व दलित महिला नेता को यह जिम्मेदारी सौंपकर प्रदेश में सियासी और सामाजिक विविधता को बढ़ावा देना चाहता है। इससे न केवल पिछड़े वर्गों में उत्साह बढ़ेगा, बल्कि आगामी चुनावों में भी सरकार के पक्ष में सकारात्मक संदेश जाएगा।









