सेना सम्मान और देश की रक्षा पर सीएम योगी का संदेश, बोले जवानों के कठिन परिश्रम से ही सुरक्षित है भारत

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By Abhishek SinghPublished On: September 6, 2025

शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर के दिग्विजयनाथ सभागार में आयोजित ‘भारत के समक्ष राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियां’ विषयक संगोष्ठी की अध्यक्षता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की। इस दौरान सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु दिए गए पंचप्रण का उल्लेख किया और कहा कि इसमें सेना के जवानों के प्रति सम्मान बनाए रखने का संकल्प भी शामिल है। उन्होंने कहा कि वैदिक काल से ही भारत में यह शिक्षा दी जाती रही है कि धरती हमारी माता है और हम इसके पुत्र हैं। कोई भी सच्चा पुत्र अपनी माता के साथ अराजकता बर्दाश्त नहीं कर सकता। यदि भारत मां की आन, बान और शान के प्रति कोई दुस्साहस करता है, तो हर भारतीय उसके खिलाफ खड़ा होगा।


मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नागरिकों को चैन की नींद इसीलिए मिलती है क्योंकि हमारे सैनिक देश के मोर्चों पर माइनस 50 डिग्री तापमान में कठिन परिश्रम करते हुए देश की रक्षा में तैनात हैं। उन्होंने कहा कि भारतीयों के लिए यह गर्व का विषय है कि भारतीय सेना दुनिया की श्रेष्ठ सेनाओं में शुमार है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि आज के समय में युद्ध के तरीके बदल गए हैं, लेकिन बदली परिस्थितियों में भी हमारी सेना ने दुश्मन को उसकी सीमाओं का अनुभव कराया है।

राष्ट्रहित में समर्पित महंतद्वय की जीवन गाथा

गोरक्षपीठ के ब्रह्मलीन महंतद्वय दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ की स्मृति को नमन करते हुए मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आध्यात्मिक साधना के साथ-साथ इन महंतों का सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र के प्रति समर्पित रहा। पांथिक संकीर्णता में बंधे रहने की बजाय उन्होंने भारत और भारतीयता के लिए हर आह्वान में सक्रिय भागीदारी निभाई। महंतद्वय की स्मृति में राष्ट्र से जुड़े विषयों पर आयोजित संगोष्ठी गुरु परंपरा के प्रति गर्व और कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर प्रदान करती है।