मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसआईआर को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों की ओर से अब भी बांग्लादेशी नागरिकों के नाम मतदाता सूची में शामिल कराए जा रहे हैं। उदाहरण देते हुए उन्होंने एक ऐसे परिवार का उल्लेख किया, जिसमें बेटे की उम्र 20 वर्ष, पिता की 30 वर्ष और दादा की 40 वर्ष बताई गई।
भारतीय जनता पार्टी के संगठन पर्व कार्यक्रम में संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से कहा कि यह समय अत्यंत निर्णायक है। उन्होंने जोर दिया कि इसी दौर में गलत नाम हटाए जा सकते हैं और पात्र मतदाताओं के नाम जोड़े जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि मतदाता सूची का सही ढंग से परिष्करण हो जाए, तो भाजपा और उसके सहयोगी दलों के लिए तीन-चौथाई सीटें हासिल करना सुनिश्चित हो सकता है।
मामलों की गहन जांच पर जोर
मुख्यमंत्री ने दोबारा सवाल उठाते हुए कहा कि यदि किसी परिवार का सबसे बुजुर्ग सदस्य 90 वर्ष का हो, तो स्वाभाविक रूप से उसकी कई पीढ़ियां होंगी और वह अकेला परिवार ही पूरा गांव बसा सकता है, फिर दूसरे परिवार की आवश्यकता ही क्या होगी। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों की गंभीरता से जांच जरूरी है, क्योंकि यह स्पष्ट रूप से फर्जीवाड़े का संकेत है।
मुख्यमंत्री ने अपने दावे के समर्थन में उदाहरण देते हुए बताया कि संबंधित परिवार पश्चिमी दीनाजपुर, नौगांव (असम) का निवासी है, जबकि उसका मतदाता पंजीकरण संभल में दर्शाया गया है। उन्होंने सवाल किया कि इसका क्या अर्थ निकाला जाए। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों ने कुछ बांग्लादेशी नागरिकों के नाम मतदाता सूची में शामिल कराए हैं।
10 साल का बेटा, 20 साल का पिता और 30 साल का ग्रैंडफादर
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मतदाता सूची में दर्ज एक मामले का उल्लेख करते हुए कहा कि एक व्यक्ति की उम्र 20 वर्ष दर्शाई गई है, जबकि उसके पिता की उम्र 30 वर्ष और दादा की उम्र 40 वर्ष दर्ज है। इस पर उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसे “नए नमूने” सामने आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सभा में उपस्थित लोगों से सवाल किया कि क्या महज 10 वर्ष की उम्र में कोई पिता बन सकता है। इसके बावजूद ऐसे विवरणों के साथ फॉर्म भर दिए गए हैं। उन्होंने दोहराया कि जब बेटे की उम्र 20, पिता की 30 और दादा की 40 वर्ष बताई जाए, तो स्पष्ट है कि यह पूरी तरह अविश्वसनीय और फर्जी प्रविष्टियों का मामला है।








