उत्तर प्रदेश में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) सर्दियों में सड़क और पुल निर्माण कार्यों में तेजी लाने के लिए सक्रिय हो गया है। विभाग ने 32 हजार करोड़ रुपये के बजट के साथ विधायकों और सांसदों से प्राप्त प्रस्तावों पर ध्यान केंद्रित किया है। सड़क चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण और नए मार्गों का निर्माण प्राथमिकता में है। पीडब्ल्यूडी का लक्ष्य 15 अक्टूबर तक सभी वित्तीय स्वीकृतियां जारी करना है।
विभागीय योजनाओं का काम जल्द शुरू हो सके इसके लिए प्रतिदिन व्यय वित्त समिति की बैठकें आयोजित की जा रही हैं। 15 अक्टूबर तक सभी प्रस्तावों पर बजट स्वीकृति जारी करने की तैयारी की गई है। चालू वित्तीय वर्ष में पीडब्ल्यूडी का बजट लगभग 32 हजार करोड़ रुपये है, जिसमें से विधायकों और सांसदों द्वारा भेजे गए प्रस्तावों के लिए लगभग 22 हजार करोड़ रुपये की कार्ययोजना तैयार की गई है।
प्रस्तावों की स्वीकृति की प्रक्रिया
पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव अजय चौहान के अनुसार, व्यय वित्त समिति की बैठक में प्रतिदिन लगभग 30 प्रस्तावों को स्वीकृत किया जा रहा है। इन प्रस्तावों को वित्त विभाग को भेजा जा रहा है। 15 अक्टूबर तक सभी प्रस्तावों पर वित्तीय स्वीकृतियां जारी करने का लक्ष्य रखा गया है ताकि टेंडर प्रक्रिया पूरी करते हुए काम जल्द से जल्द शुरू किया जा सके।
औसतन, 250 से 300 करोड़ रुपये तक के काम प्रतिदिन व्यय वित्त समिति की बैठकों में स्वीकृत किए जा रहे हैं। यह प्रक्रिया सर्दियों में निर्माण कार्यों की गति को बढ़ाने में मदद करेगी।
निर्माण कार्यों की प्राथमिकताएं
शासन को भेजी गई कार्ययोजना में सड़क चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण, अनजुड़ी बसावटों को संपर्क मार्ग से जोड़ने, चीनी मिलों की सड़कें, ब्लाक मुख्यालयों को जोड़ने वाली सड़कें, बाईपास, धर्मार्थ मार्ग, प्रमुख जिला मार्ग, अन्य जिला मार्ग और स्टेट हाईवे की योजनाएं प्रमुखता से शामिल की गई हैं।
इन योजनाओं के तहत, विभाग का उद्देश्य सर्दियों में निर्माण कार्यों को तेजी से पूरा करना है, जिससे यातायात और परिवहन में सुधार होगा।