इस बार शुभ संयोग लेकर आई है भद्रा, बिना किसी चिंता के मनाएं रक्षाबंधन का पर्व

भाई और बहन के रिश्ते का पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन इस साल 11 अगस्त 2022 को मनाया जाने वाला है. इस दिन हर बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उससे हमेशा अपनी रक्षा करने का का वचन लेती है. आज हम आपको रक्षाबंधन की शुभ मुहूर्त के बारे में बताते हैं.

ज्योर्तिविद डॉ. रामकृष्ण तिवारी के अनुसार शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को भद्रा योग बनता ही है. लेकिन यह योग हमेशा दोषपूर्ण साबित हो ये यह आवश्यक नहीं होता है. 11 अगस्त गुरुवार को बन रहा भद्रा योग बिल्कुल सामान्य है. इसमें रक्षाबंधन पर्व बिना किसी समस्या के खुशी के साथ मनाया जा सकता है. विशेष दिन पर पूरे दिन रक्षाबंधन का पर्व मनाया जा सकता है.

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इस बार शुभ संयोग लेकर आई है भद्रा, बिना किसी चिंता के मनाएं रक्षाबंधन का पर्व

‘स्त्री धनुर्जकनधो भद्रा तत्रव तत्फलम्’ जिसका मतलब है कन्या, तुला, धनु, मकर राशि के चंद्रमा में भद्रा पाताललोक की होती है. जो कि आवश्यक कार्य व पर्व में प्रभावहिन है. 11 अगस्त को मकर का चंद्रमा है.

इस बार शुभ संयोग लेकर आई है भद्रा, बिना किसी चिंता के मनाएं रक्षाबंधन का पर्व

दिन भद्रा यदा शत्रों रात्रि भद्रा यदा दिवा न त्याज्य शुभकार्येशु. इसका मतलब है रात में लगी भद्रा दिन में हो व दिन में लगी भद्रा रात्रि में हो तो शुभ कार्य नहीं त्यागना चाहिए. यह योग भी 11 अगस्त को बन रहा है.

गुरुवार को पड़ने वाली भद्रा पुण्यवती कहलाती है, जो शुभ है. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए बिना किसी डर के रक्षाबंधन का त्योहार प्रसन्नता और आनंद से मनाया जा सकता है.

चौघड़िया मुहूर्त

शुभ प्रात: 06-739

चर दिन 1053-12.31

लाभ दिन 1231-02.8

अमृत दिन 02.08-03.46

शुभ सायं 05.23-07.1

अमृत रात्रि 07.08.23

चर रात्रि 08.23-09:46

वृश्चिक लग्न दिन 01.33-03.23