मध्यप्रदेश में एक बार फिर से झमाझम बारिश का दौर शुरू हो रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक इस समय मानसून ट्रफ लाइन की गतिविधि तेज हो गई है, जिसकी वजह से गुरुवार को प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। खासतौर पर खरगोन, खंडवा और आसपास के जिलों में तेज पानी गिर सकता है। मौसम वैज्ञानिकों ने अनुमान जताया है कि अगले 24 घंटों में खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी और बालाघाट में 2.5 से लेकर 4.5 इंच तक बारिश दर्ज की जा सकती है। वहीं, राजधानी भोपाल और इंदौर में हल्की से मध्यम रिमझिम फुहारें पड़ने की संभावना है।
12 जिलों में बरसे बादल
बुधवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में बादल सक्रिय रहे। दिनभर कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश का सिलसिला जारी रहा। इंदौर, उज्जैन और श्योपुर में करीब आधा इंच पानी दर्ज किया गया। इसके अलावा सागर, शाजापुर, मंदसौर, जबलपुर, नर्मदापुरम, धार, बालाघाट, खरगोन और रतलाम में भी रुक-रुक कर बरसात हुई। भोपाल में दिनभर धूप खिली रही, लेकिन शाम होते-होते आसमान पर काले बादलों ने डेरा डाल दिया और कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी का दौर शुरू हो गया।
औसत बारिश से ज्यादा गिरा पानी
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस सीजन में अब तक प्रदेश में औसतन 35.6 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है। सामान्यत: इस समय तक लगभग 29.2 इंच पानी गिरना चाहिए था। यानी अब तक करीब 6.7 इंच अतिरिक्त बारिश हो चुकी है। प्रदेश की औसत सीजनल बारिश 37 इंच मानी जाती है और इस बार अगस्त के अंत तक ही 97% बारिश पूरी हो चुकी है। अगर सिर्फ 1.1 इंच और पानी गिरता है तो इस साल भी प्रदेश में बारिश का कोटा पूरा हो जाएगा।
पिछले साल से तुलना
गौरतलब है कि पिछले साल मध्यप्रदेश में सामान्य से कहीं ज्यादा बारिश हुई थी। पूरे सीजन के दौरान औसतन 44 इंच से अधिक पानी दर्ज किया गया था। इस बार भी शुरुआती दौर में बारिश थोड़ी कमजोर रही थी, लेकिन अगस्त आते-आते लगातार सक्रिय सिस्टम की वजह से कई जिलों में अच्छी बरसात हो चुकी है। यही वजह है कि खेतों में फसलों की हालत सुधर गई है और जलस्तर भी भरने लगा है।