उज्जैन : अवन्तिका तीर्थ नगरी उज्जैन में मोक्षदायनी को प्रदूषण रूपी मोक्ष से मुक्ति करवाने के लिए साधु संत समाज एक हुआ है। ऐसे में पतित पावन क्षिप्रा के शुद्धिकरण की मांग को लेकर साधु संतों का धरना प्रारंभ हो गया है। ये धरना पुण्य सलिला क्षिप्रा तट के दत्त आखडा घाट पर शुरू हुआ है।
ऐसे में अब ये देखना होगा कि साधु संतों की ये हुंकार क्या रंग लाती है। जानकारी के मुताबिक, करोड़ों खर्चा करने के बाद भी साढ़े तरह नालों से क्षिप्रा प्रदूषित हो रही। ऐसे में ये भी देखना होगा कि ये धरना क्या शासन प्रशासन को शर्मसार करेगा या बेशर्माई रहेगी जारी।
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इसके लिए पहले भी कई प्रोजेट बने है। ऐसे में करोड़ों रूपए पानी में बहे। लेकिन क्षिप्रा की हालत बद से बत्तर होती चली गई। जनप्रतिनिधियों ने भी प्रदूषित क्षिप्रा मैया की सुध नहीं ली। माँ क्षिप्रा की दुर्दशा पर सभी तमाम वादी संगठन भी अब तक मौन रहे। माँ क्षिप्रा को मोक्ष दिलवाने के लिए बड़े आंदोलन की दरकार मोक्ष दायिनी बनी रही।
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