मध्यप्रदेश में राहुल गांधी को मिली सजा, यह वजह आई सामने

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By Raj RathorePublished On: November 10, 2025
Rahul Gandhi

मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में चल रहे कांग्रेस के ‘संगठन सृजन’ प्रशिक्षण शिविर में एक दिलचस्प वाकया देखने को मिला। कार्यक्रम में थोड़ी देर से पहुंचने पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को सजा के तौर पर 10 पुश-अप्स लगाने पड़े, उनको पुश-अप्स लगाते हुए देखकर कांग्रेस के कई नेताओं ने सजा में उनका साथ देना शुरू कर दिया। इस घटना को पार्टी के भीतर अनुशासन और समानता के एक मजबूत संदेश के रूप में देखा जा रहा है।



यह घटना उस समय हुई जब शिविर के ट्रेनिंग हेड सचिव राव ने देर से आने वाले सभी सदस्यों के लिए एक नियम बनाया था। जब राहुल गांधी कार्यक्रम में पहुंचे, तो उन्होंने नियम के बारे में पूछा। उन्हें बताया गया कि देर से आने की सजा 10 पुश-अप्स हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, सजा के बारे में सुनते ही राहुल गांधी बिना किसी हिचकिचाहट के तैयार हो गए।

उन्होंने तुरंत मंच के पास ही पुश-अप्स लगाना शुरू कर दिया। उन्हें ऐसा करते देख, जो जिला अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी देर से पहुंचे थे, वे भी उनके साथ शामिल हो गए। यह नजारा देखकर शिविर में मौजूद कुछ नेता हैरान रह गए।

‘हमारे यहां सब बराबर, कोई बॉस नहीं’

इस घटना पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया संयोजक अभिनव बरोलिया ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे राहुल गांधी के स्वभाव का हिस्सा बताया और भाजपा पर तंज कसा। “यह हमारे नेता के स्वभाव का हिस्सा है। यहां हर सदस्य बराबर है, भाजपा की तरह कोई बॉस नहीं।” बरोलिया ने आगे कहा कि प्रशिक्षण शिविर में राहुल गांधी की मौजूदगी ने कार्यकर्ताओं में नया जोश भर दिया है। उन्होंने जिला अध्यक्षों को एकजुट होकर लड़ने और हिम्मत न हारने का सीधा और स्पष्ट संदेश दिया है।

कांग्रेस की नई छवि गढ़ने की कवायद?

राजनीतिक विश्लेषक इस घटना को कांग्रेस की छवि बदलने की एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा मान रहे हैं। उनके मुताबिक, पार्टी राहुल गांधी की सादगी, फिटनेस और अनुशासन को एक ‘ब्रांड नैरेटिव’ के तौर पर पेश कर रही है। इसके जरिए यह संदेश देने की कोशिश है कि राहुल गांधी सिर्फ एक शीर्ष नेता नहीं, बल्कि एक ‘टीम प्लेयर’ हैं जो पार्टी के नियमों का पालन करने में सबसे आगे रहते हैं। यह घटना कार्यकर्ताओं के साथ समानता और शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देने के एक अनूठे उदाहरण के रूप में भी सामने आई है।