प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से देश की चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह कदम भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण की दिशा में एक और बड़ा अध्याय जोड़ता है। इन नई ट्रेनों के संचालन से न केवल यात्रियों को तेज, आरामदायक और सुरक्षित सफर का अनुभव मिलेगा, बल्कि धार्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण शहरों के बीच संपर्क भी और मजबूत होगा। प्रधानमंत्री मोदी के साथ इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी उपस्थित रहे।
चार रूटों पर शुरू हुई नई वंदे भारत ट्रेनें
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा हरी झंडी दिखाए गए चार नए रूट हैं लखनऊ–सहारनपुर, वाराणसी–खजुराहो, एर्नाकुलम–बेंगलुरु और फिरोजपुर–दिल्ली। ये ट्रेनें देश के उत्तर, मध्य, दक्षिण और उत्तर-पश्चिम हिस्सों को जोड़ते हुए यात्रियों को एक आधुनिक और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्रदान करेंगी। इन सभी ट्रेनों की रफ्तार, सफाई और यात्रियों की सुविधाओं के मामले में यह अपने रूट की सबसे उन्नत ट्रेनें मानी जा रही हैं।
लखनऊ–सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सहारनपुर तक चलने वाली यह नई वंदे भारत एक्सप्रेस यात्रियों के लिए समय की बड़ी बचत करेगी। यह ट्रेन लगभग 7 घंटे 45 मिनट में अपना सफर पूरा करेगी, जिससे करीब एक घंटे का समय बचेगा। ट्रेन लखनऊ, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, बिजनौर और सहारनपुर जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगी। इसके संचालन से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी। हरिद्वार जैसे धार्मिक स्थलों तक पहुंचना अब और आसान हो जाएगा, जिससे तीर्थयात्रियों और पर्यटकों दोनों को बड़ी राहत मिलेगी।
वाराणसी–खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस
यह ट्रेन सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण रूट पर चलाई गई है। यह वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और खजुराहो जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक शहरों को जोड़ेगी। ट्रेन मौजूदा सेवाओं की तुलना में लगभग 2 घंटे 40 मिनट कम समय में यात्रा पूरी करेगी, जिससे यात्रियों को तेज़ और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा। इस रूट के माध्यम से पूर्वी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच धार्मिक पर्यटन को नई गति मिलेगी। खासकर खजुराहो जैसे यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट तक पहुंच अब और सरल हो जाएगी, जिससे राज्य की पर्यटन अर्थव्यवस्था को भी लाभ मिलेगा।
एर्नाकुलम–बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस
दक्षिण भारत के यात्रियों के लिए यह वंदे भारत एक्सप्रेस किसी सौगात से कम नहीं है। यह ट्रेन एर्नाकुलम से बेंगलुरु के बीच चलेगी और 8 घंटे 40 मिनट में यात्रा पूरी करेगी। इससे यात्रियों को करीब दो घंटे की बचत होगी। यह ट्रेन दक्षिण भारत के प्रमुख औद्योगिक और आईटी हब्स त्रिशूर, कोयंबटूर, तिरुपुर, इरोड, सेलम और कृष्णराजापुरम को जोड़ेगी। इससे नौकरीपेशा लोगों, छात्रों और व्यापार यात्रियों को समय और सुविधा दोनों की बड़ी राहत मिलेगी।
फिरोजपुर–दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस
यह ट्रेन पंजाब और दिल्ली के बीच तेज़ और आरामदायक सफर का नया विकल्प बनेगी। फिरोजपुर, बठिंडा, पटियाला होते हुए दिल्ली तक चलने वाली यह वंदे भारत एक्सप्रेस अपने रूट की सबसे तेज़ ट्रेन होगी। इससे पंजाब और राष्ट्रीय राजधानी के बीच व्यापार, रोजगार और पर्यटन के नए अवसर खुलेंगे। किसानों, व्यापारियों और छात्रों के लिए यह ट्रेन समय की बचत के साथ-साथ यात्रा की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाएगी।
‘न्यू इंडिया’ के आधुनिक रेल नेटवर्क की दिशा में बड़ा कदम
प्रधानमंत्री मोदी की यह पहल “विकसित भारत” के सपने को साकार करने की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम है। वंदे भारत ट्रेनें अब भारत की नई पहचान बन चुकी हैं ये ट्रेनें पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से बनीं, आधुनिक डिजाइन और उच्चतम सुरक्षा मानकों के साथ तैयार की गई हैं। इन नई ट्रेनों के जुड़ने से भारत का रेल नेटवर्क न केवल गति पकड़ेगा बल्कि देश के हर हिस्से में यात्रा का अनुभव भी विश्वस्तरीय बनेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कहा, “वंदे भारत सिर्फ एक ट्रेन नहीं, यह आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक है भारतीयों की मेहनत, तकनीक और विश्वास का प्रतीक।”










