ओंकारेश्वर में ममलेश्वर लोक को लेकर विरोध, 3 दिन का स्वैच्छिक बंद, बाजार–परिवहन पूरी तरह ठप

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By Pinal PatidarPublished On: November 17, 2025

ओंकारेश्वर में प्रस्तावित ममलेश्वर लोक के लिए ब्रह्मपुरी क्षेत्र में चुनी गई जमीन को लेकर विरोध अब शांतिपूर्ण आपत्ति से आगे बढ़कर व्यापक आंदोलन का रूप ले चुका है। स्थानीय निवासियों ने सोमवार सुबह से अपने कारोबार बंद रखकर इस योजना के खिलाफ नाराज़गी जताई। मंदिर क्षेत्र में दुकानें, होटल, छोटी–मोटी व्यापारिक गतिविधियां तक खुली ही नहीं। कुछ दुकानदार जिन्होंने दिन की शुरुआत में स्टॉल खोले भी थे, उन्हें भी लोगों के अनुरोध पर तुरंत बंद कर दिया गया।

तीन दिन ‘ऐच्छिक बंद’ से श्रद्धालुओं को बढ़ी परेशानी



ममलेश्वर लोक के लिए ब्रह्मपुरी क्षेत्र में मौजूद घरों, दुकानों और आश्रमों को हटाने की संभावना से लोग चिंतित हैं। इसी के विरोध में स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों ने तीन दिन का स्वैच्छिक बंद घोषित किया है। इस बंद के कारण ओंकारेश्वर आने वाले श्रद्धालुओं को भी काफी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। कहीं चाय-नाश्ते की दुकानें बंद हैं, तो कहीं प्रसादी व फूल की दुकानें नहीं खुल रही हैं। नाव संचालन और ऑटो सेवाएं भी बंद रखी गई हैं, जिससे यात्री परेशान हैं।

जनप्रतिनिधियों के नहीं आने से लोगों में नाराज़गी, बैठक में उभरा आक्रोश

रविवार को सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल और विधायक नारायण पटेल ने प्रभावित परिवारों को आश्वासन दिया था कि वे जल्द बातचीत करेंगे। लेकिन सोमवार को पूरे दिन इंतजार के बाद भी कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचा। इससे आवेशित स्थानीय नागरिक, प्रभावित परिवार और व्यापारी जोड़ गणपति हनुमान मंदिर आश्रम में एकत्र हुए। यहां षड्दर्शन संत मंडल के अध्यक्ष महंत मंगलदास त्यागी महाराज की अगुवाई में बड़ी बैठक हुई, जिसमें सामूहिक निर्णय लिया गया कि पूरा शहर तीन दिन तक स्वेच्छा से बंद रखा जाएगा।

ब्रह्मपुरी में आक्रोश और डर, लोग चाहते हैं परियोजना की स्थान बदलें

ब्रह्मपुरी क्षेत्र के लोगों का कहना है कि ममलेश्वर लोक के लिए तय किया गया यह स्थान पूरी तरह अनुचित है। लोगों में संपत्तियों के हटाए जाने का डर है। शनिवार को जिला मुख्यालय में हुई बैठक में अधिकारियों ने स्पष्ट कहा कि सरकार की योजना में स्थान परिवर्तन की कोई गुंजाइश नहीं है। इसी बात ने लोगों के आक्रोश को और बढ़ा दिया है। अब ब्रह्मपुरी के लोग आंदोलन की राह पर चल चुके हैं और स्पष्ट मांग कर रहे हैं कि परियोजना का स्थान बदला जाए।

प्रशासन का बयान – विकल्प खुले हैं, कोई कानून व्यवस्था बाधित न करे

खंडवा कलेक्टर ऋषभ गुप्ता ने कहा कि प्रशासन की कोशिश है कि ममलेश्वर लोक के निर्माण के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने बताया कि स्थानीय जनता और जनप्रतिनिधियों के साथ दो बार बैठकर चर्चा की जा चुकी है। जगह को लेकर सभी सुझावों पर विचार किया जा रहा है, हालांकि यह भी साफ किया कि यदि सहमति नहीं बनी तो प्रशासन अपनी योजना के अनुसार काम शुरू करेगा।उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कानून-व्यवस्था में हस्तक्षेप की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी।