NEET UG Paper Leak: एनईईटी यूजी 2024 परीक्षा में पेपर लीक और अनुचित साधनों के इस्तेमाल को लेकर पूरे देश में गहरी नाराजगी है। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए 2024-25 सत्र में दाखिला लेने वाले 14 छात्रों के प्रवेश को रद्द कर दिया है। साथ ही, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 250 से अधिक छात्रों और उम्मीदवारों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है, जिन पर धोखाधड़ी से परीक्षा पास करने का आरोप है। ।
पेपर लीक का खुलासा, माफियाओं का जाल
सीबीआई की जांच में सामने आया है कि नीट यूजी 2024 के प्रश्नपत्र परीक्षा से पहले ही लीक हो गए थे। झारखंड के एक परीक्षा केंद्र से पेपर चोरी कर उसे फोटो खींचकर बेचा गया। इस मामले में पेपर लीक माफिया संजीव मुखिया को मुख्य आरोपी माना जा रहा है, जिसे सीबीआई ने चार दिन की रिमांड पर लिया है। जांच में यह भी पता चला कि 144 उम्मीदवारों ने लीक हुए पेपर को खरीदा था, जिसके लिए 30 से 40 लाख रुपये तक की रकम ली गई।

छात्रों पर गिरी गाज, भविष्य पर संकट
पेपर लीक कांड ने लाखों छात्रों के भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एनएमसी ने अनुचित साधनों का इस्तेमाल करने वाले छात्रों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है। साथ ही, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने इस बार नीट यूजी 2025 में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया है। परीक्षा केंद्रों पर बायोमेट्रिक जांच, आधार सत्यापन और कड़ी निगरानी की गई।
सख्त कानून, फिर भी चुनौती बरकरार
पेपर लीक को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने पब्लिक एग्जामिनेशन (प्रिवेंशन ऑफ अनफेयर मीन्स) एक्ट लागू किया है, जिसमें सख्त सजा का प्रावधान है। इसके बावजूद, नीट यूजी 2024 में हुए घोटाले ने परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं। सीबीआई की 5,500 पेज की चार्जशीट में पेपर लीक के पूरे नेटवर्क का खुलासा किया गया है, जिसमें कोचिंग सेंटर संचालक और बिचौलियों की भूमिका भी सामने आई है।