मध्य प्रदेश के छतरपुर में शादी का एक समारोह उस वक्त हंगामे और गम में तब्दील हो गया, जब जयमाला की रस्म के बाद दूल्हा अचानक मंडप से फरार हो गया। आरोप है कि दूल्हा पक्ष ने ऐन वक्त पर 10 लाख रुपये अतिरिक्त दहेज की मांग की थी, जिसे पूरा करने में दुल्हन पक्ष ने असमर्थता जताई। इस घटना से नाराज लड़की वालों ने मैरिज गार्डन के बाहर नेशनल हाईवे पर चक्का जाम कर दिया।
मामला शहर के नौगांव रोड स्थित शांति मैरिज हाउस का है। यहां टीकमगढ़ जिले के पलेरा से आया दुल्हन का परिवार अपनी बेटी नीतू की शादी छतरपुर के देरी रोड निवासी गौरव से कर रहा था। शादी की सभी रस्में धूमधाम से चल रही थीं और जयमाला का कार्यक्रम भी संपन्न हो चुका था। दुल्हन मेहंदी लगाए मंडप में बैठी दूल्हे का इंतजार कर रही थी।
जयमाला के बाद बदली नीयत
जानकारी के मुताबिक, जयमाला होने के ठीक बाद दूल्हे के पिता ने 10 लाख रुपये और जेवरात की मांग रख दी। दुल्हन पक्ष ने बताया कि उन्होंने पहले ही अपनी हैसियत के अनुसार करीब 11 लाख रुपये शादी की तैयारियों और अन्य खर्चों में लगा दिए थे। उन्होंने अचानक हुई इस मांग को पूरा करने में असमर्थता जताते हुए दूल्हे के पिता से काफी मिन्नतें कीं, लेकिन वे अपनी जिद पर अड़े रहे।
बातचीत के दौरान ही मौका देखकर दूल्हा गौरव मंडप से चुपचाप गायब हो गया। जब काफी देर तक वह वापस नहीं आया तो हड़कंप मच गया। इसके बाद पूरी बारात भी वहां से खिसक गई।
हाईवे पर लगाया जाम
दूल्हे की इस हरकत से दुल्हन और उसके परिजन सदमे में आ गए। लाखों रुपये खर्च होने और बेटी की शादी टूटने से गुस्साए परिवार ने अन्य रिश्तेदारों के साथ मिलकर मैरिज गार्डन के बाहर नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। सड़क पर बैठकर उन्होंने दूल्हा पक्ष के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और तत्काल कार्रवाई की मांग करने लगे।
हाईवे जाम की सूचना मिलते ही कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शन कर रहे दुल्हन पक्ष को समझाया और सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। दुल्हन पक्ष की शिकायत के आधार पर पुलिस ने दूल्हे गौरव और उसके पिता समेत अन्य परिजनों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कर लिया है और उनकी तलाश शुरू कर दी है।










