एन्टी माफिया अभियान के तहत करीब 60 करोड़ की किमती भूमि कराई खाली, कई धाराओं में प्रकरण दर्ज

Author Picture
By Rohit KanudePublished On: December 28, 2022

इंदौर संभाग में सुशासन अभियान के तहत संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा के निर्देशन में भू माफियाओं के विरूद्ध प्रभावी अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत इंदौर संभाग के खरगोन जिले में बेशकीमती शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई। इस कार्यवाही में वर्षों से शासकीय भूमि पर किए गए अतिक्रमण की अनुमानित बाजार मूल्य करीब 60 करोड़ रुपये हैं।

खरगोन जिला कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के निर्देशन में बुधवार को तीन विभागों की संयुक्त कार्यवाही में कुल 11 एकड़ 76 डेसीमल भूमि अतिक्रमण से मुक्त कराई गई है। कलेक्टर कुमार ने कहा कि यह भूमि शासकीय रिकार्ड में प्रबंधक कलेक्टर के नाम से दर्ज है। इस पर बिना किसी अधिकार के कब्जा किया हुआ था। अतिक्रमण हटाकर शासकीय स्वामित्व में लिया जाएगा। एसडीएम श्री ओमनारायण सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि खसरा नम्बर 102 व 104 पटवारी हल्का 5 की कुल 11.एकड़ 76 डेसीमल भूमि के स्वामी प्रबंधक कलेक्टर है। मांगरूल रोड़ स्थित भूमि पर मॉ बाघेश्वरी कृषि मार्फ बनाकर योगेश ठक्कर द्वारा अतिक्रमण किया गया था।

अतिक्रमणकर्ता पर 5 वर्ष पहले हुई है एफआईआर दर्ज

कार्यवाही के दौरान एसडीओपी राकेश शुक्ला ने बताया कि अतिक्रमण कर्ता पर वर्ष 2017 में मेनगांव थाने में कई धाराओं में प्रकरण दर्ज है। उन पर भादसं 1860 में और अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति (नृशंसता निवारण) अधिनियम 1989, लैंगिक अपराधों से बालको का संरक्षण अधिनियम 2012 की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज है। इन मामलों को लेकर एसपी श्री धर्मवीर सिंह ने कहा कि अतिक्रमणकर्ता पर 2017 में एट्रोसिटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज है। अब तक उस मामले में क्या कार्यवाही हुई है। इसकी जानकारी लेकर आगे वैधानिक कार्यवाही करने की जरूरत होगी तो की जाएगी।

स्थल पर चला बुलडोजर

अतिक्रमण स्थल पर कृषि फॉर्म बनाकर योगेश ठक्कर द्वारा भूमि का उपयोग करना पाया गया। फार्म पर अतिक्रमण कर 2.0 बाय 40 फीट द्वोत्र में रखे गए सूखे चारे, 30 बाय 40 फीट में बने भवन और 25 बाय 60 फीट में स्थापित टीन शेड का तोड़ा गया। इसके अलावा अन्य क्षेत्र में कृषि भूमि करते पाया गया। मौके पर कलेक्टर श्री कुमार एसडीएम श्री सिंह और नगर पालिका सीएमओ प्रियंका पटेल को पूरी भूमि खाली करा कर भूमि को शासकीय अधिपत्य में लेने के निर्देश दिए हैं।