Indore में शुरू हुई मॉकड्रिल, डेंटल कॉलेज पहुंची फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस, छात्रों को सिखाया आग से बचने का तरीका

इंदौर में 7 मई 2025 को इंदौर मॉक ड्रिल के तहत सिविल डिफेंस की तैयारियों को परखा गया। दिन में डेंटल कॉलेज में आग का सिमुलेशन कर छात्रों और स्टाफ को सुरक्षित निकाला गया, उसके बाद शाम 7:30 बजे शहर में 12 मिनट का ब्लैकआउट होगा।

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Indore में आज मॉक ड्रिल के तहत सिविल डिफेंस की तैयारीयों को परखा गया। दिन में डेंटल कॉलेज में आग का सिमुलेशन कर छात्रों और स्टाफ को सुरक्षित निकाला गया, उसके बाद अब शाम 7:30 बजे शहर में 12 मिनट का ब्लैकआउट होगा। यह अभ्यास ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाक तनाव के बीच देशभर में हो रही मॉक ड्रिल का हिस्सा था। आइए, जानते हैं इस इंदौर मॉक ड्रिल की खास बातें।

डेंटल कॉलेज में आग का सिमुलेशन

इंदौर में मॉकड्रिल की शुरुआत डेंटल कॉलेज से की गई। फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस, और NDRF की टीमें मौके पर पहुंचीं। सिमुलेशन में आग में फंसे 50 छात्रों और 20 स्टाफ को सुरक्षित निकाला गया फिर मेडिकल टीम ने घायलों को प्राथमिक उपचार दिया, और कुछ को अस्पताल ले जाया गया। इस अभ्यास का मकसद आपात स्थिति में रेस्क्यू ऑपरेशन की रणनीति को परखना था। कलेक्टर आशीष सिंह ने इसे सफल बताते हुए कहा कि यह नागरिकों को तैयार करने की दिशा में अहम कदम है।

शाम को 12 मिनट का ब्लैकआउट

शाम 7:30 बजे Indore में मॉक ड्रिल का दूसरा चरण शुरू होगा, जिसमें पूरे शहर में 12 मिनट का ब्लैकआउट किया जाएगा। सायरन की आवाज के साथ सभी लाइट्स बंद कर दी जाएंगी। BSNL टावरों से सायरन का प्रसारण होगा, और नागरिकों से आग्रह किया जाएगा कि वे घरों के भीतर टॉर्च या मोमबत्ती का इस्तेमाल करें, लेकिन बाहर से अंधेरा दिखना अनिवार्य होगा। अस्पतालों में केवल इमरजेंसी लाइट्स जलेंगी, और सड़कों पर चलने वाले वाहनों को भी लाइट्स बंद रखनी होंगी। इस ब्लैकआउट का उद्देश्य हवाई हमले जैसी आपात स्थिति में शहर को छिपाने की तैयारी और अभ्यास करना है।

नागरिकों की जिम्मेदारी

कलेक्टर आशीष सिंह ने Indore मॉक ड्रिल के दौरान नागरिकों से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि यह अभ्यास सुरक्षा के लिए है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं। स्कूलों, मॉल्स, और अस्पतालों के संचालकों के साथ बैठकें की गईं, ताकि वे आपात स्थिति के लिए तैयार रहें। ड्रिल में रेड क्रॉस साइन लगाने और बंकरों की जांच जैसे कदम भी शामिल थे। Indore के अलावा भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, और कटनी में भी यही अभ्यास हुआ।

Indore मॉक ड्रिल है भविष्य की तैयारी

इंदौर मॉक ड्रिल ने शहर की आपातकालीन तैयारियों को मजबूत किया। कलेक्टर ने बताया कि पुराने सिविल डिफेंस प्लान को अपडेट किया जा रहा है, जिसमें महत्वपूर्ण इमारतों को आपातकालीन ढांचे में शामिल किया जाएगा। फैंस और स्थानीय लोग इस ड्रिल की सराहना कर रहे हैं, क्योंकि यह सुरक्षा और जागरूकता का संदेश देता है। क्या यह अभ्यास इंदौर को और सुरक्षित बनाएगा? यह समय बताएगा।