स्मार्ट इंदौर की ओर कदम, तैयार हो रहे डिजिटल बस स्टॉप, टाइम की जानकारी के साथ मिलेगी चार्जिंग की भी सुविधा

इंदौर में बस स्टॉपों को आधुनिक बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसमें डिजिटल डिस्प्ले, आरामदायक सीटें, रैंप और मोबाइल चार्जिंग जैसी सुविधाएं जोड़ी जा रही हैं। इस पहल के तहत पुराने बस स्टॉपों को अपग्रेड किया जा रहा है, और एक मॉडल बस स्टॉप बांबे अस्पताल क्षेत्र में तैयार किया गया है।

Abhishek Singh
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इंदौर में बस स्टॉपों को अधिक सुविधाजनक बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके तहत बस स्टॉप को आधुनिक तकनीक से लैस किया जा रहा है। इस पहल में यात्रियों की सहूलियत को प्राथमिकता दी गई है। डिजिटल बस स्टॉप पर आरामदायक बैठने की व्यवस्था के साथ-साथ मोबाइल चार्जिंग जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।

इंदौर में सिटी बसों का संचालन 15 साल पहले शुरू हुआ था, और उसी समय पीपीपी मॉडल के तहत 200 बस स्टॉप बनाए गए थे। पहले इन बस स्टॉप्स पर विज्ञापन लगाए जाते थे, लेकिन अब इन्हें अपग्रेड किया जा रहा है। स्टॉप्स पर डिजिटल डिस्प्ले लगाए जाएंगे, जिससे यात्रियों को रियल-टाइम जानकारी मिलेगी। इसके अलावा, आरामदायक सीटें, दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए रैंप, तथा मोबाइल चार्जिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी। मॉडल के रूप में बांबे अस्पताल क्षेत्र में एक आधुनिक बस स्टॉप पहले ही तैयार किया जा चुका है।

नगर निगम अधिकारियों के अनुसार, कई बस स्टॉप काफी पुराने हो चुके हैं, जिनका स्ट्रक्चर बदला जाएगा। साथ ही, वहां नई टाइल्स भी लगाई जाएंगी। कुछ नए स्थानों पर भी बस स्टॉप बनाए जाने की योजना है। प्रत्येक स्टॉप पर आने वाली बसों के रूट और उनके समय की जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। जिन बस स्टॉपों पर अधिक भीड़ होती है, वहां सुरक्षा के लिए कैमरे लगाने की योजना भी बनाई गई है। जल्द ही शहर के अन्य बस स्टॉपों को भी आधुनिक रूप दिया जाएगा।

सफाई के अभाव में बढ़ रही समस्याएं

शहर के पुराने बस स्टॉपों पर सफाई व्यवस्था काफी खराब है। वहां बैठने की कुर्सियां गंदी रहती हैं, और कचरा भी समय पर नहीं उठाया जाता। इसके अलावा, कुछ स्टॉपों पर असामाजिक तत्वों का कब्जा है, जहां वे खाना बनाते हैं और रात में वहीं सोते हैं। इससे यात्रियों को वहां रुकने में असुरक्षा महसूस होती है। ऐसे बस स्टॉपों को जल्द ही अतिक्रमण से मुक्त कराने की योजना बनाई गई है।