इंदौर में जारी विकास परियोजनाओं की समीक्षा मुख्यमंत्री मोहन यादव 14 दिसंबर को करेंगे। रेसीडेंसी कोठी में होने वाली इस बैठक में मेट्रो ट्रेन के अंडरग्राउंड रूट का मुद्दा प्रमुख रहेगा। हाल ही में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मेट्रो रूट का निरीक्षण किया था और बंगाली कॉलोनी क्षेत्र से रूट को भूमिगत करने का सुझाव दिया था। मेट्रो के मार्ग में संशोधन होगा या वर्तमान रूट को ही बरकरार रखा जाएगा, इस पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री ले सकते हैं।
इसके साथ ही बीआरटीएस मार्ग से बस रेलिंग हटाने में हो रही देरी पर भी बैठक में विचार किया जाएगा। रेलिंग हटाने में 9 महीने से अधिक समय लगने पर हाईकोर्ट ने नाराज़गी जताई है। बीआरटीएस पर नए पुलों के निर्माण की योजना भी शामिल है, जिसकी व्यवहार्यता रिपोर्ट प्रस्तुत की जा चुकी है। इस विषय पर भी निर्णय की संभावना है। इसके अलावा शहर के अन्य विकास कार्यों पर भी विस्तृत चर्चा की जाएगी।
बैठक में सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहेंगे। नर्मदा–कालीसिंध लिंक परियोजना तथा संचालित नर्मदा–शिप्रा लिंक योजना पर भी चर्चा की जाएगी। सिंहस्थ को ध्यान में रखते हुए शहर में चल रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा मास्टर प्लान में प्रस्तावित 23 सड़कों पर कार्य शुरू हो चुका है, लेकिन कुछ मार्गों पर अवरोधक निर्माण अभी भी नहीं हट पाए हैं, जिन पर भी बैठक में विचार किया जाएगा।
मेट्रो कॉर्पोरेशन ने भेजी भारी मशीनरी, निर्माण तेज
इंदौर में मेट्रो के भूमिगत स्टेशनों का निर्माण कार्य भी आरंभ हो चुका है। एमजी रोड के पास स्थित भाऊ शिंदे खेल परिसर में स्टेशन निर्माण के लिए खुदाई शुरू कर दी गई है और मेट्रो कॉर्पोरेशन द्वारा आवश्यक मशीनरी भी साइट पर भेजी जा चुकी है। इसके अतिरिक्त अन्य स्थानों पर भी भूमिगत स्टेशनों के लिए सर्वेक्षण पूरा हो चुका है। वर्तमान योजना के अनुसार आठ से अधिक地下 स्टेशन बनाए जाने हैं, और यदि अंडरग्राउंड रूट में संशोधन किया जाता है, तो स्टेशनों की संख्या और बढ़ सकती है।









