IIM इंदौर ने हांगकांग बैपटिस्ट यूनिवर्सिटी के साथ किया सहयोग, जॉइंट रिसर्च और जॉइंट प्रोग्राम्स की करेंगे पेशकश

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By Suruchi ChircteyPublished On: November 29, 2023

भारतीय प्रबंधन संस्थान इंदौर (आईआईएम इंदौर) ने हांगकांग बैपटिस्ट यूनिवर्सिटी, (एचकेबीयू), हांगकांग के साथ नए पाठ्यक्रम तैयार करने, जॉइंट रिसर्च करने और स्टूडेंट और फैकल्टी एक्सचेंज को बढ़ावा देने के लिए सहयोग किया है। आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमाँशु राय, और एचकेबीयू के वाईस प्रेसिडेंट (टीचिंग एवं लर्निंग), डॉ. अल्बर्ट चाउ ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इसका उद्देश्य वैश्विक शैक्षणिक सीमाओं को पाटने और अंतर-सांस्कृतिक अनुभवों को बढ़ावा देना है।

इससे न केवल विविध शिक्षण के लिए उचित वातावरण तैयार होगा, बल्कि दोनों संस्थानों प्रयासों से नयी चर्चाएँ भी प्रेरित होंगी जिनसे नए पाठ्यक्रमों पर विचार किया जाएगा। प्रो. हिमाँशु राय ने कहा, ‘हमने पिछले पांच वर्षों में 18 अंतरराष्ट्रीय समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं, और यह 19वां सहयोग है। यह साझेदारी वैश्विक उत्कृष्टता और सहयोगात्मक शिक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। एचकेबीयू के साथ मिलकर हमारा लक्ष्य भौगोलिक सीमाओं से परे नवीन शैक्षणिक गतिविधियों के लिए एक मंच तैयार करना है।’

उन्होंने कहा कि यह विविध दृष्टिकोणों को अपनाने के हमारे मिशन को भी रेखांकित करता है। इससे दोनों संस्थानों के फैकल्टी और स्टूडेंट्स को लाभ होगा। एक्सचेंज प्रोग्राम के ज़रिए हमारे फैकल्टी और स्टूडेंट्स नए विचारों और विविध दृष्टिकोणों वाले लोगों और समूहों से मिलेंगे, जिससे एक जीवंत शैक्षणिक संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘विभिन्न आयोजनों में भागीदारी से विद्यार्थियों की बौद्धिक वृद्धि होगी और ज्ञान साझा करने से उनके सोचने-विचारने की क्षमता का विस्तार भी होगा। इससे निरंतर सीखने और विकास के अवसर भी बढ़ेंगे।

आईआईएम इंदौर के साथ सहयोग पर प्रसन्नता साझा करते हुए, डॉ. अल्बर्ट चाउ ने कहा, ‘इस सहयोग के अंतर्गत हम स्नातक स्तर के विद्यार्थियों के लिए एक स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम की शुरुआत करना चाहते हैं। हम हमारे एचकेबीयू के बीबीए छात्रों को आईआईएम इंदौर भेजने के लिए उत्सुक है। इसी के साथ हम आईआईएम इंदौर के आईपीएम छात्रों का स्वागत करते हैं।’ इसके साथ ही हम जॉइंट रिसर्च और डाटा एक्सचेंज के लिए भी सहयोग करेंगे, जिससे शैक्षणिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण योगदान होगा।

उन्होंने बताया कि जॉइंट प्रोग्राम्स से लर्निंग प्रोसेस यानि सीखने की प्रक्रिया में इनोवेशन की गुंजाइश बढ़ जाती है, जिससे अंततः दोनों संस्थानों को शिक्षण देने और रिसर्च में लाभ होगा। आईआईएम इंदौर का 20 देशों में 47 से अधिक संस्थानों के साथ सहयोग है। एचकेबीयू के साथ यह साझेदारी न केवल संस्थान के अकादमिक तालमेल को दर्शाती है, बल्कि समग्र शिक्षा के लिए आवश्यक सांस्कृतिक और बौद्धिक आदान-प्रदान का भी प्रतीक है।