पेट और पाचन तंत्र के विशेषज्ञों के लिए एक खास अवसर आने वाला है, जब इंडियन सोसायटी ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी (ISG) के इंदौर चैप्टर द्वारा दो दिवसीय वार्षिक बैठक का आयोजन 31 मई और 1 जून को किया जाएगा। यह सम्मेलन मेदांता हॉस्पिटल और मैरियट होटल में होगा, जहां देशभर के प्रतिष्ठित डॉक्टर आधुनिक एंडोस्कोपी तकनीकों, नई चिकित्सकीय चुनौतियों और उनके समाधान पर विचार साझा करेंगे।
इस आयोजन की खास बात होगी लाइव एंडोस्कोपी डेमो और व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्र, जिससे डॉक्टर नवीनतम तकनीकों को सीधे अपनी प्रैक्टिस में शामिल कर सकें। मेदांता मेडिसिटी, गुड़गांव से प्रसिद्ध लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. ए.एस. सोइन और एंडोस्कोपी विशेषज्ञ डॉ. राजेश पुरी इस सम्मेलन के विशिष्ट अतिथि होंगे।

इंदौर से लेकर पूरे मध्य भारत के डॉक्टर होंगे एक मंच पर
ISG इंदौर चैप्टर के अध्यक्ष डॉ. एच.पी. यादव ने बताया कि यह बैठक क्षेत्र के पेट रोग विशेषज्ञों को एक साझा मंच प्रदान करती है, जहाँ वे नवीनतम शोध और तकनीकों पर चर्चा कर सकें। सम्मेलन के दौरान ISG की नई टीम का स्वागत और ऑफिस बियरर्स की इंस्टॉलेशन सेरेमनी भी आयोजित की जाएगी।
वहीं सचिव डॉ. अतुल शेंडे ने कहा कि इस बैठक का उद्देश्य केवल ज्ञान साझा करना नहीं है, बल्कि इंदौर, उज्जैन, देवास, रतलाम, मंदसौर, नीमच, खंडवा, धार जैसे शहरों से आने वाले डॉक्टरों के बीच सहयोग और नेटवर्किंग को भी बढ़ावा देना है।
मरीजों के हित में आधुनिक चिकित्सा तकनीकों को साझा करने का प्रयास
आयोजन सचिव डॉ. अरुण सिंह भदौरिया ने बताया कि यह कॉन्फ़्रेंस सिर्फ क्लीनिकल चर्चाओं तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इसमें प्रैक्टिकल डेमो, इंटरऐक्टिव सेशन और मेडिकल ट्रेनिंग को विशेष रूप से शामिल किया गया है ताकि भाग लेने वाले चिकित्सक इन जानकारियों को सीधे अपनी चिकित्सा सेवा में इस्तेमाल कर सकें।
थीम आधारित विषयों पर गहराई से होगी चर्चा
बैठक में कई जटिल और समसामयिक विषयों पर सत्र होंगे, जैसे शराब से लिवर को होने वाला नुकसान, पित्त की पथरी, क्रॉनिक पैंक्रियाटाइटिस का एंडोस्कोपिक इलाज, कोलाइटिस, फैटी लिवर, खून की उल्टियाँ, एच. पायलोरी संक्रमण का भारतीय दृष्टिकोण और एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड जैसी तकनीकों पर गहन संवाद किया जाएगा।