मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक शहर ग्वालियर के रेलवे स्टेशन की तस्वीर अब पूरी तरह बदलने वाली है। स्टेशन के पुनर्विकास का काम तेजी से चल रहा है और इसे आधुनिक सुविधाओं से लैस करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई है। इस प्रोजेक्ट के तहत यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं देने पर जोर दिया जा रहा है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, स्टेशन पर प्लेटफॉर्म नंबर 1 से लेकर 6 तक एक विशाल एयर कॉनकोर्स का निर्माण किया जा रहा है। इस कॉनकोर्स का कंक्रीटिंग का काम लगभग पूरा हो चुका है, जो इस प्रोजेक्ट का एक अहम पड़ाव है। अब इसके बाद यात्री सुविधाओं को स्थापित करने का काम शुरू किया जाएगा।
यात्री सुविधाओं पर विशेष ध्यान
पुनर्विकास योजना के तहत यात्रियों, विशेषकर बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगों की सुविधा का खास ख्याल रखा गया है। पूरे स्टेशन परिसर में कुल 19 लिफ्ट लगाई जाएंगी, जिससे यात्रियों को एक प्लेटफॉर्म से दूसरे पर जाने में आसानी होगी। इसके अलावा, 21 नए एस्केलेटर्स (स्वचालित सीढ़ियां) भी स्थापित किए जाएंगे।
इन सुविधाओं के शुरू होने से यात्रियों को भारी सामान के साथ सीढ़ियां चढ़ने-उतरने की समस्या से निजात मिलेगी और स्टेशन पर आवाजाही बेहद सुगम हो जाएगी।
कॉनकोर्स से बदलेगी रूपरेखा
निर्माणाधीन एयर कॉनकोर्स स्टेशन का मुख्य आकर्षण होगा। यह सभी प्लेटफॉर्म को ऊपर से जोड़ेगा, जिससे यात्री बिना प्लेटफॉर्म पर भीड़ बढ़ाए सीधे अपने ट्रेन के कोच तक पहुंच सकेंगे। कॉनकोर्स से बाहर आने-जाने के लिए अलग से सीढ़ियों का निर्माण कार्य भी जल्द ही शुरू किया जाएगा।
इस रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट का उद्देश्य केवल स्टेशन को सुंदर बनाना नहीं, बल्कि इसे भविष्य की जरूरतों के हिसाब से तैयार करना भी है। उम्मीद है कि काम पूरा होने के बाद ग्वालियर स्टेशन मध्य भारत के सबसे आधुनिक और सुविधायुक्त स्टेशनों में से एक होगा।










