प्रदेश के इन जिलों में 50 हजार करोड़ से सरकार बनाएगी ग्रीन फील्ड सिटी, स्मार्ट सुविधाओं से होगी लैस

मध्य प्रदेश सरकार ने ग्रीन फील्ड सिटी के निर्माण की योजना बनाई है, जिससे राज्य में आर्थिक विकास, रोजगार के अवसर और इको-फ्रेंडली इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास होगा। 50 हजार करोड़ रुपये के निवेश से इन शहरों में स्मार्ट सुविधाएं, उद्योग और हरियाली के साथ इकोनॉमिक कॉरिडोर से लाभ मिलेगा।

Srashti Bisen
Published:

मध्य प्रदेश की राज्य सरकार ने अब स्मार्ट सिटी के बाद ग्रीन फील्ड सिटी (Green Field Cities) के निर्माण का प्लान तैयार किया है। इस कदम से न सिर्फ रोजगार के अवसर मिलेंगे, बल्कि उद्योगों के लिए भी इकोनॉमिक कॉरिडोर से फायदा होगा।

ग्रीन फील्ड सिटी के निर्माण से मध्य प्रदेश में आर्थिक विकास को गति मिलेगी। यहां नई तकनीक के साथ विकसित शहर होंगे, जिनमें बेहतर रोड कनेक्टिविटी, पानी, बिजली, अस्पताल, स्कूल, सोलर सिस्टम, और हरियाली जैसे बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इन शहरों का मुख्य उद्देश्य स्मार्ट और इको-फ्रेंडली ढांचे का निर्माण करना है। साथ ही, यहां पर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए ग्रीन इंडस्ट्रियल एरिया भी विकसित किए जाएंगे।

राज्य सरकार करेगी 50 हजार करोड़ का निवेश

मध्य प्रदेश सरकार ने ग्रीन फील्ड सिटी के निर्माण के लिए लगभग 50 हजार करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है। इस निवेश से राज्य में न केवल शहरों का समग्र विकास होगा, बल्कि यहां रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे। इन शहरों में सोलर सिस्टम के माध्यम से हरियाली और पर्यावरण की सुरक्षा को भी प्राथमिकता दी जाएगी। राज्य सरकार का उद्देश्य इन शहरों को पर्यावरणीय दृष्टिकोण से टिकाऊ बनाना है।

कई स्थानों पर बनाई जाएगी Green Field City

मध्य प्रदेश सरकार ने पहले ही कई प्रमुख स्थानों पर ग्रीन फील्ड सिटी बनाने की योजना बनाई है, जिनमें रतलाम, पीथमपुर, सीहोर और जबलपुर जैसे शहर शामिल हैं। इन शहरों में उद्योग, व्यापार, शिक्षा, और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में नए अवसर पैदा होंगे। खासतौर पर रतलाम और पीथमपुर में नए औद्योगिक शहर बसाए जाएंगे, जहां इकोनॉमिक कॉरिडोर के दो महत्वपूर्ण मार्गों , इंदौर-पीथमपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर और दिल्ली-मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेस-वे का लाभ मिलेगा।

ग्रीन फील्ड शहरों में 30% ग्रीनरी का प्लान

इन शहरों को पूरी तरह से इको-फ्रेंडली और आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। 30% भूमि ग्रीनरी के लिए रिजर्व रखी जाएगी, ताकि पर्यावरण पर कोई प्रतिकूल असर न हो। इसके अलावा, इन शहरों में सोलर पावर सिस्टम, आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र, मॉल, बाजार, मनोरंजन केंद्र, स्कूल और अस्पताल जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

इकोनॉमिक कॉरिडोर के आस-पास बसाए जाएंगे नए शहर

ये सभी नए शहर इकोनॉमिक कॉरिडोर के आस-पास बसाए जाएंगे, जो राज्य के औद्योगिक और आर्थिक विकास को तेज करेंगे। इन शहरों को इकोनॉमिक कॉरिडोर के आसपास होने का फायदा मिलेगा, जिससे वहां व्यापार और औद्योगिक गतिविधियों में वृद्धि होगी। इन क्षेत्रों में बेहतर परिवहन सुविधाएं, हाईवे और रेल कनेक्टिविटी के कारण उद्योगों के लिए उत्कृष्ट वातावरण बनेगा।

रोजगार के नए अवसरों का होगा सृजन

इन ग्रीन फील्ड शहरों के निर्माण से लगभग 5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा, इन शहरों के आसपास के क्षेत्रों में व्यापार, आवासीय प्रोजेक्ट, और सेवाओं का विस्तार होगा, जिससे रोजगार के अतिरिक्त नए मौके उत्पन्न होंगे।