मध्यप्रदेश में नगर निगम प्रशासन ने सोमवार को दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को बड़ी राहत देते हुए 16 से 31 अक्टूबर की अवधि का लंबित वेतन जारी कर दिया। लगभग 1.80 करोड़ रुपये की राशि जारी होने से 2,500 से अधिक कर्मचारियों के चेहरों पर खुशी झलक उठी। यह वेतन नए उपस्थिति प्रणाली लागू होने के कारण कुछ समय से अटका हुआ था।
कर्मचारियों ने मुख्यालय के बाहर किया था विरोध
कर्मचारियों ने पहले माता मंदिर मुख्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया था। सफाईकर्मियों की नाराजगी इतनी बढ़ गई थी कि उन्होंने कई क्षेत्रों में कचरा वाहन चलाना बंद कर दिया, जिससे शहर की सफाई व्यवस्था ठप पड़ गई। बाद में निगमायुक्त संस्कृति जैन के हस्तक्षेप से स्थिति सामान्य हुई और सफाई कार्य पुनः शुरू हो सका। उन्होंने कर्मचारियों को आश्वासन दिया था कि 16 से 31 अक्टूबर तक का वेतन 10 से 11 नवंबर के बीच जारी किया जाएगा, जिसे प्रशासन ने 10 नवंबर को ही पूरा कर दिया।
नए अटेंडेंस सिस्टम से वेतन वितरण में आई देरी
नगर निगम में हाल ही में शुरू किए गए नए उपस्थिति प्रणाली के चलते कर्मचारियों के वेतन वितरण में विलंब हो गया था। इससे पहले, सात नवंबर को प्रशासन ने 1 से 15 अक्टूबर तक का वेतन जारी किया था, लेकिन शेष बकाया राशि न मिलने के कारण कर्मचारी नाराज थे और अपनी असंतुष्टि व्यक्त कर रहे थे।










