Mohan Yadav : मध्य प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए उज्जैन में सिंहस्थ 2028 के लिए प्रस्तावित ‘लैंड पूलिंग योजना’ को रद्द कर दिया है। यह निर्णय किसानों के लगातार हो रहे विरोध और उनकी चिंताओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
यह फैसला इसलिए भी अहम है क्योंकि कुछ ही दिन पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष इस योजना का एक विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया था। सरकार इस योजना के माध्यम से सिंहस्थ मेले के आयोजन के लिए जरूरी भूमि का अधिग्रहण करना चाहती थी।
सीएम मोहन यादव ने जीता किसानों का दिल
सीएम मोहन यादव ने किसानों की परेशानियों को समझने के बाद उज्जैन सिंहस्थ के लिए प्रस्तावित लैंड पूलिंग एक्ट को वापस लेने का फैसला लिया है। किसानों के हित में लिए गए मुख्यमंत्री के इस फैसले से सैकड़ों किसान के चेहरे खिलखिला उठे है।
किसानों ने की थी मांग
प्रस्तावित लैंड पूलिंग योजना का उज्जैन और आसपास के किसानों का तर्क था कि इस योजना के तहत सरकार उनकी उपजाऊ और कीमती जमीनें ले लेगी। बदले में उन्हें मुआवजे के तौर पर विकसित प्लॉट दिए जाएंगे, जो उनकी कृषि आधारित आजीविका के लिए अनुपयोगी होंगे। किसानों की मांग थी कि सरकार भूमि अधिग्रहण की पारंपरिक प्रक्रिया अपनाए, जिसमें उन्हें अपनी जमीन का एकमुश्त और उचित मुआवजा मिले, जैसा कि पिछले सिंहस्थ आयोजनों में होता आया है।
विश्व देखेगा सिंहस्थ का वैभव – सीएम
किसान संघ, भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी और उज्जैन के जनप्रतिनिधिगण और जिला प्रशासन उज्जैन के साथ मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा आज भोपाल में मुख्यमंत्री निवास पर बैठक की गई। सिंहस्थ के आयोजन को लेकर समग्र रूप से चर्चा की गई। सिंहस्थ का आयोजन दिव्य, भव्य और विश्वस्तरीय करने के लिये हर संभव प्रयास करने पर सहमति बनी। साधु संतों, किसानो के हितों का व्यापक रूप से ध्यान रखा जायेगा, चर्चा के बाद सिंहस्थ लैंड पूलिंग को निरस्त करने का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री ने नगरीय प्रशासन विकास विभाग और जिला प्रशासन को आदेश जारी करने के निर्देश दिये। बैठक में बीजेपी अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा , किसान संघ की और से महेश चौधरी, कमल सिंह आँजना, अतुल माहेश्वरी, लक्ष्मी नारायण पटेल, भरत बैस, रमेश दाँगी बीजेपी संगठन की और से बीजेपी नगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल, जिला महामंत्री कमलेश बैरवा, महामन्त्री जगदीश पांचाल और आनंद खींची उपस्थित रहे. किसान संघ द्वारा मुख्यमंत्री के निर्णय का स्वागत करते हुये आभार व्यक्त किया गया।











