मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को पचमढ़ी स्थित राजभवन परिसर में “आम महोत्सव” का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने मणि प्रभा और बॉम्बे ग्रीन प्रजातियों के आमों का स्वाद लिया और उनके स्वाद व मिठास की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी में प्रदर्शित पारंपरिक देशी आमों का भी रसास्वादन किया, जिनमें जम्बो केसर, सुंदरजा, कृष्ण भोग, लंगड़ा, गजरिया और मालदा जैसी किस्में प्रमुख रहीं।
महोत्सव में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, राजेंद्र शुक्ला, लोक निर्माण मंत्री एवं नर्मदापुरम जिले के प्रभारी मंत्री राकेश सिंह सहित अन्य मंत्रियों ने भी आम की विभिन्न किस्मों का स्वाद लेकर सराहना की। इस अवसर पर नरसिंहपुर जिले के किसान विजय पाल सिंह ने मुख्यमंत्री को विभिन्न किस्मों से सजी आमों की एक टोकरी भेंट की, जबकि आम उत्पादक किसान सुभाष पटेल ने उन्हें “यथार्थ गीता” की प्रति भेंट स्वरूप दी।

मंत्री कुशवाह ने मौके पर पहुंचकर किया निरीक्षण
मध्यप्रदेश के मनोरम पर्यटन स्थल पचमढ़ी में आयोजित दो दिवसीय आम महोत्सव का निरीक्षण सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण, उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने किया। इस विशेष आयोजन में आम की 300 से अधिक किस्मों को प्रदर्शनी में प्रस्तुत किया गया है, जो किसानों, पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। 4 जून 2025 तक चलने वाले इस महोत्सव का उद्देश्य आम की विविधता को बढ़ावा देना, उन्नत किसानों को मंच प्रदान करना और आम आधारित बागवानी एवं प्रसंस्करण उद्योग को प्रोत्साहित करना है।
प्रदर्शनी में सजीं आम की अनूठी किस्में
मंगलवार को राजभवन पचमढ़ी में आयोजित “आम महोत्सव” के दौरान आम की कई विशिष्ट किस्मों का प्रदर्शन किया गया। इनमें आम्रपाली, लंगड़ा, दशहरी, चौसा, तोता परी, फ़ाज़ली, बंगाल पाली, तुर्रापर, शुकर गुठली, मिश्री, हापुस, स्वर्णप्रभा, काला पहाड़, हिमसागर, स्वर्णरेखा, रत्ना, केसर, रुक्मणी, साबनिया, नीलम, सिंधु, जहांगीर, प्यारी, रॉयल मिस्री, जर्दालू, सेंसेशन, रस भंडार और राम केला जैसी प्रसिद्ध और विविध प्रजातियाँ शामिल रहीं।