सीहोर। मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में स्थित कुबेरेश्वर महादेव मंदिर (Kubereshwar Mahadev Temple) में 16 फरवरी से रुद्राक्ष महोत्सव और शिव महापुराण कथा चल रही है, लेकिन 16 फरवरी को लाखों श्रद्धालु कुबेरेश्वर धाम पहुंचे थे, जिसके चलते कई बार भगदड़ जैसी स्थिति बन गई थी, जिसके बाद रुद्राक्ष महोत्सव को स्थगित कर दिया गया था। फिर पंडित प्रदीप कुमार मिश्रा (Pandit Pradeep Kumar Mishra) ने ऐलान किया था कि अब रुद्राक्ष पूरे साल भर बांटे जाएंगे। कोई कभी भी आकर रुद्राक्ष ले जा सकता है।
जानकारी के लिए आपको बता दे कि, प्रदीप मिश्रा के इस आयोजन में अभी तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय आज रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान कुबरेश्वर धाम पहुंचे और उन्होंने पंडित प्रदीप मिश्रा से आर्शीवाद लिया। इस दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि, आप अगली बार और बड़ा व भव्य कार्यक्रम आयोजित करें और व्यवस्था की जिम्मेदारी हम पर छोड़े।

Also Read – Gold Price Today : सोना-चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट, यहां चेक करें आज का भाव

पंडित प्रदीप मिश्रा को अब भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का साथ मिल गया है। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि आपके (प्रदीप मिश्रा) आव्हान पर यहां पैर रखने की जगह नहीं है। इतने सब लोगों के लिए व्यवस्था करना ये बहुत बड़ी बात है। कुछ लोग जरूर कानाफूसी करते हैं। सनातन धर्म के प्रति कानाफूसी आज से नहीं हुई है। सनातन से हो रही है, फिर भी सनातन धर्म जिंदा है। आप जैसे संतों ने सनातन धर्म को जिंदा कर रखा है। आपने सनातन धर्म को जागरूक किया है।
जानकारी के लिए आपको बता दे कि, पिछले साल भी प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण और रुद्राक्ष महोत्सव स्थगित करने के मामले कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि, क्या सीहोर का प्रशासन इतना नकारा था कि इस आयोजन की सूचना होने के बावजूद व्यवस्था जुटाई नहीं जा सकी। क्या जिम्मेदार अधिकारी इतने अदूरदर्शी थे कि वो भांप नहीं सके कि 11 लाख रुद्राक्ष का अनुष्ठान है तो श्रद्धालुओं की आवाजाही भी रहेगी।