‘स्पेस के क्षेत्र में भारत छू रहा नई ऊंचाई’, मन की बात कार्यक्रम में बोले PM मोदी

Srashti Bisen
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PM Modi Mann Ki Baat : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रविवार को अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 118वें एपिसोड में देशवासियों को संबोधित किया। यह इस साल का पहला एपिसोड था और इस बार कार्यक्रम को 26 जनवरी, गणतंत्र दिवस के कारण एक सप्ताह पहले यानी 19 जनवरी को प्रसारित किया गया।

गणतंत्र दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं

प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि इस बार का गणतंत्र दिवस विशेष है, क्योंकि भारतीय गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है और संविधान लागू होने के 75 साल पूरे हो रहे हैं। उन्होंने संविधान सभा के महान व्यक्तित्वों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने हमें यह पवित्र संविधान दिया।

 महाकुंभ : विविधता में एकता का उत्सव

पीएम मोदी ने महाकुंभ को विविधता में एकता का प्रतीक बताया और कहा कि यह परंपरा भारत को एक सूत्र में बांधने का कार्य करती है। उन्होंने गंगासागर मेले का भी जिक्र करते हुए कहा कि इस मेले से सद्भावना और एकता का संचार होता है। इसके साथ ही उन्होंने युवाओं की बढ़ती भागीदारी की सराहना की।

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ

प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक अवसर को धूमधाम से मनाया गया और इस अवसर पर देशवासियों से विरासत को संजोने और उससे प्रेरणा लेने का आह्वान किया।

स्पेस तकनीक में भारत की नई ऊंचाई

पीएम मोदी ने देश की स्पेस तकनीक में हुई प्रगति को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि भारत ने पीएक्सएल (PIXEL) प्राइवेट सैटेलाइट के लॉन्च के साथ एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है और स्पेस डॉकिंग की सफलता के बाद भारत दुनिया का चौथा देश बन गया है। इस उपलब्धि पर उन्होंने इसरो को बधाई दी।

नेशनल वोटर्स डे: लोकतंत्र की ताकत

पीएम मोदी ने 25 जनवरी को नेशनल वोटर्स डे के महत्व पर भी बात की। उन्होंने इसे भारतीय निर्वाचन आयोग की स्थापना का दिन बताते हुए कहा कि यह दिन लोकतंत्र में लोगों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने और चुनाव प्रक्रिया को आधुनिक बनाने का प्रतीक है।

प्रधानमंत्री मोदी ने स्टार्टअप इंडिया के 9 साल पूरे होने की जानकारी दी और कहा कि इन 9 वर्षों में बने स्टार्टअप्स में से आधे से ज्यादा छोटे शहरों (Tier 2 और Tier 3) से हैं। यह भारत के स्टार्टअप कल्चर की बढ़ती पहचान का संकेत है, जो अब बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं रह गया है।