अगले 24 घंटों में इन 22 जिलों में गरज-चमक के साथ होगी झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

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By Raj RathorePublished On: September 29, 2025

मध्यप्रदेश में अगले 24 घंटों के दौरान मौसम के तेवर और भी सक्रिय होने वाले हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि प्रदेश के 22 जिलों में तेज गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश होने की संभावना है। इनमें भोपाल, इंदौर, जबलपुर, सागर, रायसेन, गुना, श्योपुर, शिवपुरी, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, नीमच, धार, बड़वानी, खंडवा, भिंड, मुरैना, दतिया, शाजापुर, अशोकनगर, पन्ना और सतना शामिल हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इन जिलों में वर्षा के दौरान नाले, नदियों और तालाबों का जलस्तर बढ़ सकता है, इसलिए नागरिकों से सतर्क रहने और पानीभराव वाले क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह दी गई है।

मध्यप्रदेश में बदला मौसम का मिजाज


मध्यप्रदेश में मानसून अब विदाई की ओर बढ़ रहा है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में बारिश की बौछारें अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही हैं। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में सक्रिय मानसून ट्रफ और निम्न दबाव क्षेत्र के कारण अगले 24 घंटों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। भोपाल, इंदौर और जबलपुर सहित कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि 1 अक्टूबर से एक नया सिस्टम सक्रिय होने जा रहा है, जिससे 2 अक्टूबर, दशहरे के दिन भी बारिश का खतरा बना रह सकता है। इस स्थिति को देखते हुए रावण दहन समितियां अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे रही हैं ताकि वर्षा के कारण रावण के पुतलों को कोई नुकसान न पहुंचे।

कई जिलों में हुई जोरदार बारिश

रविवार को प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम का असर साफ दिखाई दिया। नरसिंहपुर में आधे इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई, वहीं बैतूल, पचमढ़ी, रतलाम, उज्जैन, छिंदवाड़ा, दमोह, जबलपुर, मंडला, सागर और सिवनी जिलों में भी वर्षा का सिलसिला लगातार बना रहा। नर्मदापुरम जिले में स्थित तवा डैम में जलस्तर बढ़ने के कारण इसके पांच गेट खोल दिए गए, ताकि जलभराव से सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

12 जिलों से विदा हो चुका मानसून

प्रदेश के 12 जिलों—ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर, रतलाम और शाजापुर—में मानसून की औपचारिक विदाई हो चुकी है। वहीं, राजगढ़ और अशोकनगर के कुछ हिस्सों में मानसून ने अस्थायी रूप से वापसी की है। विशेषज्ञों का कहना है कि नया सिस्टम बनने से मानसून की पूरी विदाई थोड़ी देर से हो सकती है, जिससे कुछ क्षेत्रों में बारिश की संभावना बनी रहेगी।

गुना सबसे अधिक भीगा, शुष्क जिलों में धड़ाकेदार अंतर

16 जून को दस्तक देने वाले मानसून ने अब तक प्रदेशभर में औसतन 45 इंच बारिश रिकॉर्ड की है, जबकि सामान्य वर्षा का आंकड़ा 37.2 इंच था। इसका मतलब है कि अब तक प्रदेश में 122 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। सबसे अधिक बारिश गुना जिले में हुई, जहां कुल 65.5 इंच पानी गिरा। मंडला और रायसेन जिलों में भी 62 इंच से अधिक वर्षा दर्ज की गई। इसके विपरीत, शाजापुर, खरगोन, खंडवा, बड़वानी और धार जिले सबसे कम वर्षा वाले क्षेत्रों में शामिल रहे। इस तरह प्रदेश में बारिश की तीव्रता और वितरण में भारी असमानता देखी जा रही है।