Gehun Mandi Bhav: गेहूं के भाव ने मंडियों में फिर से जोरदार उछाल मारा है। गेहूं की कीमतें 2600-2800 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई हैं। MSP पर रिकॉर्ड खरीद, स्टॉक सीमा और पोल्ट्री उद्योग की बढ़ती मांग ने भाव को रफ्तार दी है। किसान उत्साहित हैं, लेकिन आम लोग कीमतों से परेशान हैं। आइए, गेहूं के भाव, मंडी रेट और भविष्य की संभावनाओं पर नजर डालें।
मंडियों में गेहूं की चमक
गेहूं के भाव में पिछले सप्ताह से तेजी का दौर जारी है। इंदौर (मध्य प्रदेश) में भाव 2700-2800 रुपये प्रति क्विंटल, जबकि जयपुर (राजस्थान) में 2600-2700 रुपये रहे। लखनऊ (उत्तर प्रदेश) और पटना (बिहार) में 2500-2600 रुपये के बीच कारोबार हुआ। नई फसल की कम आवक और मांग बढ़ने से भाव में 100-150 रुपये का उछाल आया।

MSP और खरीद का जोर
केंद्र सरकार ने रबी सीजन 2025-26 के लिए गेहूं की MSP 2600 रुपये प्रति क्विंटल तय की। 22 मई तक 29.7 मिलियन टन गेहूं की MSP पर खरीद हुई, जिससे किसानों को 62,346 करोड़ रुपये मिले। मध्य प्रदेश में बुवाई 7% बढ़ी, लेकिन स्टॉक सीमा ने व्यापारियों को बड़ी खरीदारी के लिए मजबूर किया।
ज्यादा मांग ने बढ़ाया दम
पोल्ट्री और आटा उद्योग में गेहूं की मांग में 6% की वृद्धि हुई। मई में निर्यात मांग भी 4% बढ़ी, जिसने कीमतों को सहारा दिया। मॉनसून की अनिश्चितता और कम स्टॉक ने व्यापारियों को स्टॉक बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। मंडी में चर्चा है कि स्टॉक सीमा से भाव और चढ़ सकते हैं। जून में भाव 2800-2900 रुपये तक जा सकते हैं।
देश की प्रमुख मंडियों में गेहूँ के भाव
- इंदौर (मध्य प्रदेश): 2700-2800 रुपये/क्विंटल
- जयपुर (राजस्थान): 2600-2700 रुपये/क्विंटल
- लखनऊ (उत्तर प्रदेश): 2500-2600 रुपये/क्विंटल
- पटना (बिहार): 2450-2550 रुपये/क्विंटल
पिछले 10 दिनों में 100-200 रुपये की तेजी दर्ज हुई। जून में और उछाल संभव है।
किसानों के लिए रास्ता
विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि किसान गेहूं स्टॉक करें, क्योंकि जून में भाव 2900 रुपये तक जा सकते हैं। मॉनसून की बारिश और वैश्विक मांग पर नजर रखें। छोटे किसानों को मंडी रेट्स रोज चेक करने चाहिए।