एमपी की इस जेल में मिलीभगत का खेल, बंदियों को खुलेआम पहुंचाई जा रही खास सुविधाएं

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By Pinal PatidarPublished On: November 20, 2025

कटनी जिला जेल की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़े हो गए हैं। बुधवार को एक स्थानीय नागरिक द्वारा जिला कलेक्टर को सौंपी गई लिखित शिकायत ने पूरे जेल प्रशासन को कठघरे में खड़ा कर दिया है। शिकायतकर्ता ने लंबे समय से जेल में तैनात कुछ सुरक्षा कर्मियों और कैदियों के बीच गहरी मिलीभगत का आरोप लगाया है। पत्र में बताया गया कि यह गठजोड़ इतना गहरा हो चुका है कि जेल के भीतर खुलेआम अवैध गतिविधियां संचालित हो रही हैं, जिन पर जेल प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है।

शिकायत के मुख्य आरोप: “सुरक्षा कर्मियों की कैदियों से सेटिंग”



शिकायतकर्ता रवि नागवानी ने अपने आवेदन में दावा किया है कि कटनी जिला जेल में वर्षों से पदस्थ कुछ सुरक्षा कर्मी कैदियों से गहरे संपर्क में हैं और उनके साथ मिलकर प्रतिबंधित चीजों की आपूर्ति कर रहे हैं। नागवानी के अनुसार जेल के भीतर तंबाकू, पान मसाला, गुटखा, सिगरेट जैसी चीजें खुलेआम पैसे लेकर उपलब्ध कराई जाती हैं। उन्होंने विशेष रूप से सुरक्षा कर्मी राजभान दुबे का नाम लेते हुए कहा कि वह इस पूरी अवैध व्यवस्था के “मुख्य संचालक” हैं और कैदियों को मनचाही सुविधाएं दिलाने में अहम भूमिका निभाते हैं। शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि इन गतिविधियों की जानकारी जेल प्रशासन को होने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता।

जेल के भीतर अवैध कारोबार पनपने के आरोप

शिकायत में यह भी कहा गया कि जेल के अंदर कैदियों और सुरक्षा कर्मियों की मिलीभगत से कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। कैदियों तक हर प्रकार की सुविधा पहुंचाने के लिए कथित रूप से पैसों का लेन-देन होता है, जिससे जेल में अनुशासन का माहौल खत्म होता जा रहा है। शिकायतकर्ता का कहना है कि कुछ कर्मी इतने दिनों से एक ही स्थान पर पदस्थ हैं कि उन्होंने जेल में अपना एक समानांतर तंत्र बना लिया है। इसी वजह से कैदियों को मोबाइल, नशीले पदार्थ, और दूसरी गैर-कानूनी वस्तुएं उपलब्ध कराए जाने की बातें लगातार सामने आती रहती हैं।

जेल प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल

नागवानी ने अपने आरोपों में यह भी उल्लेख किया कि इन सारी गतिविधियों पर जेल अधीक्षक सहित वरिष्ठ अधिकारियों की चुप्पी सबसे ज्यादा चिंताजनक है। शिकायत में लिखा गया है कि जब जेल के भीतर ऐसे गंभीर अवैध कार्य बिना किसी डर के चल रहे हों और उन पर कोई कार्रवाई न हो, तो यह सीधे तौर पर प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में कैदियों का मनोबल बढ़ता है और जेल में अनुशासनहीनता व अपराध का माहौल और भी गहरा होता जाता है।

जांच और कार्रवाई की मांग

शिकायतकर्ता ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और जेल में हो रहे अवैध लेन-देन की सच्चाई सामने लाई जाए। उन्होंने अनुरोध किया कि जो कर्मचारी कैदियों के साथ मिलकर गैर-कानूनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं, उन पर सख्त विभागीय कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके। शिकायत में कहा गया है कि यदि समय रहते ऐसे मामलों को नहीं रोका गया, तो जेल के अंदर हालात और भी खराब हो सकते हैं।

पहले भी उठ चुकी हैं उंगलियां

यह पहला मौका नहीं है जब कटनी जिला जेल में सुविधाएं पहुंचाने और अवैध गतिविधियों के आरोप सामने आए हों। लेकिन इस बार शिकायत सीधे नामजद व्यक्तियों के खिलाफ की गई है, जिससे मामला और गंभीर हो गया है। अब पूरा जिला प्रशासन इस बात पर नजर लगाए है कि क्या कलेक्टर की ओर से किसी जांच समिति का गठन किया जाता है या नहीं। आने वाले दिनों में इस शिकायत पर प्रशासन की प्रतिक्रिया बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।