ठग द्वारा आवेदकों को परिचित बताकर फर्जी बैंक प्रोसेस करवाते हुए किया था ऑनलाइन फ्रॉड
Cyber Helpline. 704912–4445 पर प्राप्त शिकायत पर तुरंत कार्यवाही कर, कराए रिफंड रुपए

क्राईम ब्रांच इंदौर द्वारा वर्ष 2024 में अभी तक Cyber Helpline के माध्यम प्राप्त शिकायत पर त्वरित कार्यवाही कर, 01 करोड़ 27 लाख से अधिक रुपए सकुशल वापस कराए गए है।
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इंदौर – क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस के द्वारा संचालित सायबर हेल्पलाइन पोर्टल पर सोशल मीडिया एवं ऑनलाइन फ्रॉड संबंधित शिकायते प्राप्त होती है, जिस पर क्राईम ब्रांच इंदौर पुलिस के द्वारा लगातार आवेदकों के साथ हुए फ्रॉड की राशि रिफंड कराई जा रही है।, इसी अनुक्रम में कई आवेदकों के द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड संबंधित शिकायत की गई थी जिसमे क्राईम ब्रांच टीम द्वारा आवेदक से फ्रॉड की संपूर्ण जानकारी लेकर जांच की जिसमे ज्ञात हुआ कि (1). आवेदिका खुशबू निवासी इंदौर को अनजान ठग द्वारा कॉल पर कहा कि *”पहचाना मुझे”,” मैं तुम्हारे पिताजी का मित्र बोल रहा हूं” तो अवदिका के द्वारा अपने पिताजी परिचिति मित्र का नाम बोला, जिसका फायदा उठाकर ठग द्वारा वही मित्र बनकर पेमेंट भेजने का झूठ बोलकर, ठग द्वारा आवेदिका के SBI Bank से लिंक UPI के माध्यम से पेमैंट प्रोसेस करवाते हुए 50,000/– रुपए ट्रांसफर करवाकर ऑनलाइन ठगी की गई थी,। जिस पर क्राइम ब्रांच टीम द्वारा संबंधित UPI वॉलेट कंपनी से संपर्क कर आवेदक के 50,000/– रुपए सकुशल वापस कराए गए।
आवेदक आशीष निवासी इंदौर को अनजान ठग द्वारा कॉल पर कहा कि *”पहचाना मुझे” ,”मेरी आवाज से पहचानो तुम्हारा मित्र बोल रहा हूं” तो आवेदक के द्वारा अपने परिचिति मित्र का नाम बोला, जिसका फायदा उठाकर ठग द्वारा वही मित्र बनकर पेमेंट भेजने का झूठ बोलकर ठग द्वारा आवेदक के paytm वॉलेट अकाउंट से पेमेंट प्रोसेस करवाते हुए 20,000/– रुपए ट्रांसफर करवाकर ऑनलाइन ठगी की गई थी, जिसपर क्राइम ब्रांच टीम द्वारा संबंधित paytm वॉलेट कंपनी से संपर्क कर आवेदक के 20,000/– रुपए सकुशल वापस कराए गए।
आवेदिका अश्विनी निवासी इंदौर जिला इंदौर को अनजान ठग द्वारा कॉल पर कहा कि *”पहचाना मुझे”,” मैं तुम्हारे पिताजी का मित्र बोल रहा हूं” तो अवदिका के द्वारा अपने पिताजी परिचिति मित्र का नाम बोला, जिसका फायदा उठाकर ठग द्वारा वही मित्र बनकर पेमेंट भेजने का झूठ बोलकर ठग द्वारा आवेदिका के HDFC Bank से लिंक Google pay के माध्यम से पेमैंट प्रोसेस करवाते हुए 30,000/– रुपए ट्रांसफर करवाकर ऑनलाइन ठगी की गई थी, जिसपर क्राइम ब्रांच टीम द्वारा संबंधित वॉलेट कंपनी Google pay से संपर्क कर आवेदिका के 30,000/– रुपए सकुशल वापस कराए गए।
आवेदिका कविता निवासी इंदौर को अनजान ठग द्वारा कॉल पर कहा कि *”पहचाना मुझे” ,”तुम्हारा जीजा बोल रहा हूं” आवेदिका के द्वारा जीजाजी समझकर विश्वास किया जिसका फायदा उठाकर ठग ने फर्जी मैसेज आवेदिका को भेजा और कहा कि मैंने तुम्हारे एसबीआई बैंक खाते में गलती से 40 हजार रुपए phone pay के माध्यम से ट्रांसफर किए है उसे वापस करदो अवर्दिका के द्वारा जीजा समझकर फर्जी मैसेज की जांच किए बिना ठग को फोन के माध्यम से 40 हजार रुपए दिए गए और ऑनलाईन ठगी का शिकार हो गए।जिसपर क्राइम ब्रांच टीम द्वारा संबंधित वॉलेट कंपनी phone pay से संपर्क कर आवेदिका के 40,000/– रुपए सकुशल वापस कराए गए।
आवेदिका प्रेरणा निवासी इंदौर को अनजान ठग द्वारा कॉल पर कहा कि *”पहचाना मुझे” ,”तुम्हारा पिताजी का मित्र बोल रहा हूं” आवेदिका के द्वारा पिता का मित्र समझकर विश्वास किया जिसका फायदा उठाकर ठग ने फर्जी मैसेज आवेदिका को भेजा और कहा कि तुम्हारे पिता के Lic इंश्योरेंस के प्राप्त हुए 18 हजार रुपए, मैंने तुम्हारे एसबीआई बैंक खाते में Google pay के माध्यम से ट्रांसफर किए है उसे चेक करने के नाम से ठग ने आवेदिका का Google pay पर फर्जी ऑनलाइन प्रोसेस बताते हुए पैसे ट्रांसफर करने की जगह 18 हजार रुपए प्राप्त किए और इस प्रकार आवेदिका ऑनलाईन ठगी का शिकार हो गई।जिसपर क्राइम ब्रांच टीम द्वारा संबंधित वॉलेट कंपनी Google pay से संपर्क कर आवेदिका के 18,000/– रुपए सकुशल वापस कराए गए।
आवेदिका श्रष्टि निवासी इंदौर को अनजान ठग द्वारा कॉल पर कहा कि *”पहचाना मुझे” ,”तुम्हारा पिताजी का डॉक्टर मित्र बोल रहा हूं” आवेदिका के द्वारा पिता का मित्र समझकर विश्वास किया जिसका फायदा उठाकर ठग ने फर्जी मैसेज आवेदिका को भेजा और कहा कि पिताजी के पैसे मैंने तुम्हारे HDFC बैंक खाते में 45 हजार रुपए UPI के माध्यम से ट्रांसफर किए है उसे चेक करने के नाम से ठग ने आवेदिका का फर्जी बैंक प्रोसेस बताते हुए पैसे ट्रांसफर करने की जगह 45 हजार रुपए प्राप्त किए और आवेदिका ऑनलाईन ठगी का शिकार हो गई। जिसपर क्राइम ब्रांच टीम द्वारा संबंधित वॉलेट UPI कंपनी से संपर्क कर आवेदिका के 45,000/– रुपए सकुशल वापस कराए गए।
इंदौर पुलिस द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायतों पर लगातार प्रभावी कार्यवाही की जा रही हैं जिसके तहत क्राईम ब्रांच इंदौर द्वारा वर्ष 2024 में अभी तक Cyber Helpline के माध्यम प्राप्त शिकायत पर त्वरित कार्यवाही कर, 01 करोड़ 27 लाख से अधिक रुपए सकुशल आवेदकों को वापस कराए गए है ।