सपा नेता के घेरे में बीजेपी, बोले- यूपी की भाजपा सरकार कानून व्यवस्था नहीं संभाल पा रही

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By Akanksha JainPublished On: December 22, 2020

लखनऊ। मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था सम्हालना भाजपा सरकार के वश की बात नहीं है। यूपी की भाजपा की राज्य सरकार झूठ और नफरत की राजनीति करती है। उसके द्वारा दायर झूठे मुकदमों की कलई खुलने लगी है। हाथरस की बेटी के मामले में सीबीआई की चार्जशीट से भाजपा सरकार के झूठ और गैरजिम्मेदारी का पर्दाफाश हुआ है। सीबीआई ने उससे गैंगरेप की पुष्टि की है।


सपा नेता ने कहा कि, योगी आदित्यनाथ के अशोभनीय शब्दों जैसे ‘ठोक दो’, ‘राम नाम सत्य कर दो’ के उवाच से अपराधियों के बुलंद हौंसलों के आगे प्रशासनिक मशीनरी नतमस्तक पाई जाती हैं। भाजपा राज में सर्वाधिक अत्याचार की शिकार महिलाएं एवं किशोरियां ही हैं। डबल इंजन वाली भाजपा सरकार के ‘मिशन शक्ति’ और ‘ऐंटी रोमियों स्क्वाड’ जैसे टोटके काम नहीं आ रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा कि, रामपुर के स्वार क्षेत्र में दुष्कर्म पीड़िता पर एसिड अटैक की घटना की चर्चा अभी थमी भी नहीं थी कि बहराइच के काजीपुरा मोहल्ला में कोचिंग से लौट रही छात्रा पर भी एसिड डाली गई जिससे वह बुरी तरह झुलस गई है। आगरा के शमसाबाद क्षेत्र की बड़ा गांव निवासी एक युवती की गला रेतकर हत्या कर दी गई। उसका शव घर से डेढ़ किलोमीटर दूर बरामद हुआ है।

पूर्व सीएम ने कहा कि, कन्नौज में तमंचा दिखाकर एक महिला से सामूहिक दुष्कर्म किया गया। अलीगढ़ में दुष्कर्म के बाद पीड़िता को गोली मार दी गई। भाजपा राज में तो अब पूजा स्थल और अस्पताल में भी महिलाएं अपमानित हो रही हैं। कन्नौज के तिर्वा क्षेत्र में अन्नपूर्णा मंदिर में पूजा करने गई एक 15वर्षीय किशोरी से और लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में एक तीमारदार महिला से छेड़छाड़ की घटनाएं हुई।

उन्होंने कहा कि, एक और शर्मनाक घटना प्रतापगढ़ में घटी जहां जेठवारा थाना क्षेत्र में एक 40वर्षीया महिला से गैंगरेप किया गया। बदमाशों ने उसका वीडियो भी वायरल किया। शिकायत के कई दिन बीत जाने के बाद भी उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। सपा नेता ने कहा कि न्यायपालिका और लोकतंत्र में विश्वास रखते हुए पूरा भरोसा है कि पूर्व मंत्री एवं सांसद मोहम्मद आजम खां के खिलाफ चल रहे झूठे मुकदमों से उन्हें जल्दी ही इंसाफ मिलेगा। न्यायालय के आदेश से पूर्व सांसद एवं विधायक तंजीन फातिमा की 298 दिनों बाद जेल से रिहाई से भी साबित है कि सच के आगे झूठ हारता है।