BIHAR SIR UPDATE: बिहार में चल रही विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण प्रक्रिया (Special Intensive Revision – SIR) के तहत मतदाता गणना प्रपत्रों (Enumeration Form – EF) के संग्रह में तेज़ प्रगति देखने को मिल रही है। चुनाव आयोग के अनुसार, अब तक करीब 90.84% मतदाताओं ने अपने गणना फॉर्म भरकर जमा कर दिए हैं, जो कि राज्य में मतदाता सूची को शुद्ध और अद्यतन करने की दिशा में एक अहम उपलब्धि मानी जा रही है।
86.32% मतदाता व्यक्तिगत रूप से जमा कर चुके हैं फॉर्म
आंकड़ों के अनुसार, बिहार के कुल 7,89,69,844 मतदाताओं में से 6,81,67,861 (यानी 86.32%) मतदाताओं ने व्यक्तिगत रूप से अपने गणना फॉर्म भरकर संबंधित बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) को सौंप दिए हैं। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि ये आंकड़े 25 जुलाई की अंतिम तिथि से 10 दिन पहले के हैं, यानी यह उम्मीद की जा सकती है कि शेष 9.16% मतदाता भी तय समय से पहले अपने फॉर्म जमा कर देंगे।

मृत, डुप्लिकेट और स्थानांतरित नामों की हो रही पहचान
SIR प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य मृत मतदाताओं, एक से अधिक स्थानों पर दर्ज नामों और स्थायी रूप से स्थानांतरित लोगों की पहचान करना और उन्हें मतदाता सूची से हटाना है। चुनाव आयोग का कहना है कि इस प्रक्रिया के जरिए मतदाता सूची की शुद्धता और पारदर्शिता बढ़ेगी, जिससे आगामी चुनावों में त्रुटिहीन और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित किया जा सकेगा।
25 जुलाई है EF फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि
मतदाता गणना फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि 25 जुलाई 2025 तय की गई है। इसके बाद आयोग द्वारा ईआरओ (Electoral Registration Officer) स्तर पर सत्यापन और डेटा एनालिसिस का कार्य तेज़ किया जाएगा। अधिकारियों ने आम लोगों से अपील की है कि यदि किसी ने अभी तक अपना फॉर्म नहीं भरा है, तो वह जल्द से जल्द BLO से संपर्क करें या ऑनलाइन माध्यम से फॉर्म भरें।
क्या है गणना प्रपत्र (EF) और इसका उद्देश्य?
गणना फॉर्म (Enumeration Form – EF) एक प्रकार का मतदाता सूचना फॉर्म है जिसमें मतदाता का नाम, पता, उम्र, लिंग, पहचान दस्तावेज़, परिवार का विवरण आदि दर्ज किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य
नई उम्र के योग्य मतदाताओं को पंजीकृत करना, डुप्लिकेट और मृत प्रविष्टियों को हटाना, स्थानांतरित मतदाताओं की जानकारी अपडेट करना, मतदाता सूची को डिजिटल रूप से प्रमाणिक और अद्यतन बनाना, चुनाव आयोग की सख्ती और पारदर्शिता की पहल करना है। इस बार चुनाव आयोग ने ईआरओ और बीएलओ पर भी निगरानी बढ़ाई है। कई जिलों से खबर आई है कि 50% से अधिक EF फॉर्म अपलोड करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, ताकि मतदाता सूची की गुणवत्ता में सुधार हो सके। इसके अलावा आयोग ने तकनीकी प्लेटफॉर्म के ज़रिए फॉर्म अपलोडिंग, सत्यापन और क्रॉस चेकिंग की प्रक्रिया को भी स्वचालित और रियल टाइम बनाया है।
बिहार बना देश के लिए मॉडल
SIR प्रक्रिया के इस चरण में बिहार में 90.84% की भागीदारी एक सराहनीय उपलब्धि है, जिसे देश के अन्य राज्यों में भी मतदाता जागरूकता और सूची सुधार के मॉडल के रूप में देखा जा रहा है। आयोग को उम्मीद है कि 25 जुलाई तक यह आंकड़ा 95% से अधिक तक पहुंच सकता है। यदि आपने अब तक अपना गणना प्रपत्र नहीं भरा है, तो अपने BLO से तुरंत संपर्क करें या NVSP पोर्टल/app के माध्यम से ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी करें। आपका यह छोटा-सा कदम न केवल आपके मतदान अधिकार को सुनिश्चित करता है, बल्कि लोकतंत्र को भी मजबूत करता है।