सावधान! पानीपुरी में मिले कैंसर पैदा करने वाले केमिकल, 22% सैंपल हुए फेल, ऐसे पहचानें म‍िलावट

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By Ravi GoswamiPublished On: July 2, 2024

पानीपुरी ही ऐसी चीज है जिसे पूरे देश में लोग बड़े ही चाव के साथ खाते हैं। जब भी हम बाजार में जाते हैं बिना गोलगप्पा खाएं वापस आना मुश्किल होता है। पानीपुरी बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी का फेवरेट होता है। लड़कियों और महिलाओं का सबसे पसंदीदा होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गोलगप्पा खाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकता है।

दरअसल कर्नाटक ने हाल ही में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSSI) ने 260 पानीपुरी के सैंपल लिए है। जिसमें से 41 सैंपल क्वालिटी स्‍टैंडर्ड पर पूरी तरह फेल रहे हैं इन सभी पानीपुरी के सैंपल में कृत्रिम रंग और कैंसर पैदा करने वाले एजेंट पाए गए। जबकि अन्य की क्वालिटीबहुत खराब थी। इसे खाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है।

सावधान! पानीपुरी में मिले कैंसर पैदा करने वाले केमिकल, 22% सैंपल हुए फेल, ऐसे पहचानें म‍िलावट

पानीपुरी में सिंथेटिक कलर का इस्तेमाल
बता दें यह कोई पहला मौका नहीं है जब पानीपुरी के पानी में कृत्रिम रंग पाया गया है। इससे पहले भी कई राज्‍यों से ऐसी रिपोर्ट आती चुकी है। वडोदरा में एक जांच में पाया गया कि पानीपुरी का पानी शुद्ध नहीं होता।जबकि पानीपुरी के पानी में पुदीने की जगह सिंथेटिक कलर का उपयोग किया जाता है। इस पानीपुरी के पानी का सेवन से पेट और आंतों पर असर पड़ता है।इतना ही नहीं सिंथेटिक कलर वाला पानीपुरी खाने से आंतों में कैंसर जैसी घातक बीमारी भी हो सकता है।

कैसे करें मिलावट पहचान
मिलावट का पहचान करने का सबसे सरल तरीका है। इमली का पानी हल्‍का भूरा होता है। वहीं धनिया और पुदीने का पानी गहरा हरा होता है। अगर आपको लगे ऐसा नही होता तो तुरंत खाना बंद कर दें। अगर पानीपुरी के पानी में एस‍िड हुआ तो आपको कड़वाहट भी अधिक लगेगा।