हिमाचल प्रदेश में हुए राज्यसभा चुनाव के बीच राज्य की कांग्रेस सरकार पर संकट आने लगे है। इस वक़्त की बड़ी खबर यह है कि हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कि इस्तीफे की पेशकश। माना जा रहा है कि उन्होंने यह पेशकश मंत्री और विधायकों की नाराजगी की वजह से दे दिया है।
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने उनके मुख्य मंत्री विक्रमादित्य के पद से इस्तीफे के लगभग एक घंटे बाद यह फैसला लिया है। विक्रमादित्य ने अपने बयान में मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू पर हमला भी किया है। उन्होंने कहा कि विधायकों को भी नजरंदाज किया गया, जिसका नतीजा कल दिखाई दिया। अब गेंद आलाकमान के पाले में है।
इससे पहले उन्होनें प्रेस कांन्फ्रेस किया और अपनी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होनें अपने पिता वीरभद्र सिंह के अपमान को लेकर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा,’मै इस सरकार से आहत हूं।’ कांग्रेस की सुक्खू सरकार की कुर्सी ही हिल गई। हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं और इसके साथ ही सुक्खू सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। बता दें हिमाचल प्रदेश की 68 सीटों में से 40 कांग्रेस के विधायक है और भाजपा के पास 25 विधायकों की संख्या है। वहीं अब 7 विधायकों का कांग्रेस का साथ छोड़ने पर सरकार पर संकट मडराने लगे है।