ब्रिटेन में कल आम चुनाव, बिना रैली, पोस्टर से प्रचार, EVM की जगह बैलेट से मतदान, जानें भारत से है कितना अलग

ravigoswami
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4 जुलाई यानी कल ब्रिटेन की 650 सीटों पर पार्लियामेंट्री चुनाव होना है। चुनाव में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और कीर स्टार्मर के बीच टक्कर है। सत्ता में बने रहने के लिए सुनक कड़ी मेहनत कर रहे हैं तो विपक्षी नेता स्टर्मर सत्ता में आने के लिए पूरी ताकत झोंक रहे हैं। वहीं ओपेनियन पोल के मुताबिक, प्रधानमंत्री ऋषि सुनक पर हार का बड़ा खतरा मंडरा रहा है। इस चुनाव का फैसला 5 जुलाई को होना है।

कल होगा मतदान
बता दें ब्रिटेन के करोड़ों मतदाता 4 जुलाई यानी गुरुवार को हाउस ऑफ कॉमन्स के 650 सांसदों को चुनने के लिए मतदान करेंगे। आम चुनाव में ब्रिटेन की 650 में से करीब 50 सीटों पर भारतीय वोटर निर्णायक भूमिका निभाते हैं। इन 50 सीटों में से 15 सीटें जैसे लेस्टर, बर्मिंघम, कॉन्वेंट्री, साउथ हॉल और हैरॉस में तो भारतीय मूल के उम्मीदवार ही पिछले दो चुनाव से जीत रहे हैं। हालांकि इन सीटों पर विपक्षी लेबर पार्टी के उम्मीदवारों को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है।

प्रधानमंत्री सुनक ने की थी चुनाव की घोषणा
ब्रिटेन में आम चुनाव के लिए पीएम सुनक ने 22 मई को 4 जुलाई चुनाव कराने की घोषणा की थी। बता दें कि सुनक प्रधानमंत्री के तौर पर पहली बार वोटर्स के सामने जाएंगे। हालांकि की पिछले चुनाव साल 2022 में सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी ने चुनाव से पहले प्रधानमंत्री के चेहरे का एलान नहीं किया था। 44 वर्षीय ऋषि सुनक ब्रिटेन में भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री बने थे।

कौन कर सकता है मतदान
ब्रिटेन के आम चुनाव में कोई भी व्‍यक्ति जो 4 जुलाई के दिन 18 साल या उससे अधिक का है और ब्रिटिश नागरिक है या यूके पते के साथ गणराज्य आयरलैंड नागरिक है तो वह मतदान कर सकता है। इसके अलावा, एक योग्य राष्ट्रमंडल नागरिक भी वोट डाल सकते हैं। विदेश में रहने वाले ब्रिटिश नागरिक जिनके निर्वाचन क्षेत्र में मतदान होना है और वे पहले वहां के निवासी या मतदाता सूची में शामिल थे, वो भी वोट डाल सकते हैं।

भारत से अलग है ब्रिटेन का चुनाव
भारत का आम चुनाव और ब्रिटेन का चुनाव बिलकुल अलग किस्म का होता है। इस तरह का चुनावी माहौल और चुनावी रंग देखने को नहीं मिलता और न ही सड़कों-दीवारों पर पोस्टर, बैनर और होर्डिंग नजर आते हैं। वहां सप्ताह भर धीमी गति से प्रचार होता रहता है, लेकिन सप्ताहांत यानी शनिवार-रविवार को प्रत्याशी डोर-टू-डोर जाकर वोट मांगते हैं। वहीं, ब्रिटेन में वोट बैलेट बॉक्स में डाले जाते हैं, जबकि भारत में ईवीएम के जरिए मतदान होता है।