MP Tourism : सर्दियों का मौसम आते ही छुट्टियों की योजनाएं बनने लगती हैं। अक्सर लोग दिसंबर और जनवरी की छुट्टियों में विदेश यात्रा का प्लान बनाते हैं, लेकिन भारत का दिल कहे जाने वाले मध्य प्रदेश में ऐसे कई अद्भुत स्थान हैं जो विदेशी लोकेशंस को भी टक्कर देते हैं। अगर आप इस बार परिवार या दोस्तों के साथ एक यादगार ट्रिप प्लान कर रहे हैं, तो मध्य प्रदेश के ये 8 पर्यटन स्थल आपकी सूची में सबसे ऊपर होने चाहिए।
पचमढ़ी: सतपुड़ा की रानी

मध्य प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी, जिसे ‘सतपुड़ा की रानी’ भी कहा जाता है, सर्दियों में बेहद खूबसूरत हो जाता है। यहां के घने जंगल, झरने और गुफाएं पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं। धूपगढ़ सनसेट प्वाइंट और बी-फॉल यहां के प्रमुख आकर्षण हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह जगह किसी जन्नत से कम नहीं है।
खजुराहो: स्थापत्य कला का बेजोड़ नमूना

अगर आपको इतिहास और वास्तुकला में रुचि है, तो खजुराहो आपके लिए बेहतरीन विकल्प है। यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल खजुराहो के मंदिर अपनी जटिल नक्काशी और कामुक मूर्तियों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। सर्दियों के मौसम में यहां घूमना काफी सुखद अनुभव होता है, और फरवरी में आयोजित होने वाला खजुराहो नृत्य महोत्सव इसे और भी खास बना देता है।
कान्हा और बांधवगढ़: वाइल्डलाइफ का रोमांच

वाइल्डलाइफ के शौकीनों के लिए मध्य प्रदेश किसी खजाने से कम नहीं है। कान्हा नेशनल पार्क और बांधवगढ़ नेशनल पार्क में आप बाघों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं। सर्दियों की सुबह जंगल सफारी का अनुभव रोंगटे खड़े कर देने वाला होता है। कान्हा की हरियाली और बांधवगढ़ का ऐतिहासिक किला इन पार्कों की शोभा बढ़ाते हैं।
मांडू: महलों का शहर

मांडू अपनी प्रेम कहानियों और अफगान वास्तुकला के लिए जाना जाता है। जहाज महल, हिंडोला महल और रानी रूपमती का मंडप यहां के प्रमुख आकर्षण हैं। बारिश और सर्दियों के मौसम में मांडू की हरियाली देखते ही बनती है। यह स्थान फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए एकदम सही है।
ओरछा और सांची: आध्यात्म और इतिहास का संगम

बेतवा नदी के किनारे बसा ओरछा अपने भव्य महलों और मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। ओरछा का किला और राम राजा मंदिर यहां के मुख्य दर्शनीय स्थल हैं। वहीं, भोपाल के पास स्थित सांची का स्तूप बौद्ध धर्म का एक प्रमुख केंद्र है। शांति की तलाश में निकले यात्रियों के लिए सांची एक आदर्श स्थान है।
ग्वालियर और भेड़ाघाट

ग्वालियर का किला अपनी भव्यता के लिए जाना जाता है, जिसे ‘किलों का रत्न’ कहा गया है। सर्दियों में यहां का मौसम घूमने के लिए बहुत अनुकूल होता है। दूसरी ओर, जबलपुर के पास स्थित भेड़ाघाट में नर्मदा नदी संगमरमर की चट्टानों के बीच से बहती है। यहां धुआंधार जलप्रपात और नौका विहार का आनंद लिया जा सकता है। ये सभी स्थल मिलकर मध्य प्रदेश को एक संपूर्ण पर्यटन पैकेज बनाते हैं।










