आज सुबह पेरिस ओलंपिक से बुरी खबर आई। फाइनल में जगह बनाने वाली भारत की पहली महिला पहलवान विनेश फोगाट को बड़ा झटका लगा है। 50 किलोग्राम वर्ग में फाइनल से पहले 100 ग्राम वजन बढ़ाने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था। ओलंपिक अधिकारियों ने अपना वज़न कम करने के लिए कुछ समय देने के भारत के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया। उसे प्रतियोगिता से अयोग्य घोषित कर दिया गया। यह खबर सामने आते ही देशभर में गुस्से की लहर दौड़ गई।
‘विनेश को पेरिस ओलंपिक में अयोग्य ठहराए जाने पर फूटा ससुर राजपाल का गुस्सा’
इस मामले में विनेश फोगाट के ससुर राजपाल राठी ने अपना गुस्सा जाहिर किया है. ”इस मामले में साजिश के आरोप से इनकार नहीं किया जा सकता. केवल 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। बालों का वजन 300 ग्राम है. अगर इतनी ही दिक्कत थी तो ये बाल काटे जा सकते थे.’ राठी ने यह प्रतिक्रिया मीडिया से बात करते हुए दी.
फाइनल से पहले बुरी खबर
विनेश फाइनल राउंड में पहुंच गईं। इससे पहले कल उन्होंने जापान की युई सुसाकी, यूक्रेन की ओक्साना लिवाच और गुजमा लोपेज को हराया था। विनेश का फाइनल मुकाबला अमेरिका की सारा एन हिल्डेब्रांट से होने वाला था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले पर आईओए अध्यक्ष पीटी उषा से बात की और पीटी उषा से इस मामले पर प्रारंभिक जानकारी मांगी कि विनेश के अयोग्य होने के बाद भारत के पास क्या विकल्प हैं। मोदी ने पीटी उषा से विनेश के मामले में मदद के लिए सभी विकल्प तलाशने को कहा। उन्होंने पीटी उषा से यह भी कहा है कि अगर विनेश की मदद की जानी है तो वह अपनी अयोग्यता के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराएं।