किसान आंदोलन का आज चौथा दिन है। किसान केंद्र सरकार द्वारा लाये गए कृषि कानून का जम कर विरोध कर रहे है। किसानों का यह विरोध प्रदर्शन 26 नवंबर से दिल्ली की सीमा चल रहा है। दिल्ली हरियाणा की सीमा सिंधु बॉर्डर पर किसान अड़े हुए है। और सरकार की इजाजत मिलने के बाद कुछ किसान दिल्ली के निराकारी समागम मैदान में अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे है। शनिवार को किसानों ने तय किया है कि वे अभी सिंधु बॉर्डर पर ही प्रदर्शन करेंगे और दिल्ली अंदर प्रवेश नहीं करेंगे। साथ ही किसानों ने यह तय किया है कि वे रोजाना 11 बजे मीटिंग करेंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे।
सत्येंद्र जैन का बड़ा बयान
दिल्ली सरकार गृह मंत्री ने सत्येंद्र जैन अपना बयान देते हुए कहा है कि किसानों के साथ बातचीत के लिए कोई शर्त नहीं होनी चाहिए. वार्ता तत्काल आयोजित की जानी चाहिए. वे हमारे देश के किसान हैं. जहां वे चाहते हैं उन्हें अपना विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति दी जानी चाहिए।
सिंघु बॉर्डर पर जारी है किसानों की बैठक
कृषि कानूनों को विरोध कर रहे किसानो का क्या होगा अगला कदम इसलिए सिंघू बॉर्डर पर किसानों की बैठक जारी।