मेरे दिल में बसता है मेरा ननिहाल भागलपुर : गीतांजलि सिन्हा

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By Ravi GoswamiPublished On: July 11, 2024

रिलीज से पहले ही सुर्खियों बटोर चुकी संजय मिश्रा की आने वाली फिल्म, ‘कर्मा मीट्स किस्मत’, संजय मिश्रा कहते हैं एक ऐसी संजीदा कहानी है जो प्रेम को कर्म और किस्मत के साथ जोड़ती है। फरीदा जलाल और अल्का अमीन जैसे मंझे हुए कलाकारों से सजी इस फिल्म को पुरस्कार विजेता लेखक-निर्देशक गीतांजलि सिन्हा ने लिखा है। गीतांजलि सिन्हा पटना से हैं और अपने ननिहाल भागलपुर को दिल के बहुत करीब रखती हैं। अपने ननिहाल के बारे में लेखिका ने बताया कि, “भागलपुर मेरा ननिहाल है और मेरे दिल के बेहद करीब है। यहां मैंने बहुत सारी गर्मियाँ बिताते हुए उस शांति, सुकून और आकर्षण को महसूस किया जो केवल भागलपुर ही दे सकता है। जब भी बारिश होती है तो अपनी आँखें बंद करके मैं अभी भी गीली मिट्टी की महक महसूस कर सकती हूँ। यहां भागलपुर में हमारे पैतृक घर शिव भवन का दौरा करना हमेशा ही मुझे बहुत शांति देता है और आने वाली चुनौतियों का सामना करने की ताकत भर देता है। वहां से मिलने वाला प्यार और स्नेह बिल्कुल बिना किसी शर्त के निश्चल होता है।”

गौरतलब है कि गीतांजलि ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नाम कमा चुकी और पुरस्कार पा चुकी अपनी फिल्म ‘ये खुला आसमान’ में भागलपुर में स्थित अपने नाना-नानी के घर शिव भवन की सुंदरता और भव्यता को खूबसूरती से कैद किया था। वह आगे कहती हैं, “हालांकि मेरी नानी अब नहीं रही, लेकिन उनका मेरे प्रति प्यार मुझे आज भी आगे बढ़ने का साहस देता है।” इस फिल्म के लिए फरीदा जलाल के किरदार को लिखते समय भी लेखिका को प्रेरणा अपनी नानी के व्यक्तित्व से मिली, जिसकी पूरी झलक फरीदा जलाल के नानी वाले किरदार में देखने को मिलेगी।

मेरे दिल में बसता है मेरा ननिहाल भागलपुर : गीतांजलि सिन्हा

इस फिल्म को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए उन्होंने अपने परिवार, दोस्तों और भागलपुर के लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि वह निश्चित रूप से संजय जी के साथ अपने ननिहाल का दौरा करेंगी