‘छावा’ को बैन करने की मांग, मौलाना रजवी ने गृह मंत्री अमित शाह को लिखा पत्र, बोले ‘फ़िल्म बढ़ा रही सांप्रदायिक तनाव’

मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने फिल्म 'छावा' पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा, आरोप लगाया कि इसकी वजह से नागपुर में दंगे भड़के और सांप्रदायिक तनाव बढ़ा।

Abhishek Singh
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ऑल इंडिया जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष, मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी (Shahabuddin Razvi) ने फिल्म ‘छावा’ के विरोध में गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को पत्र भेजा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि इस फिल्म की वजह से नागपुर में दंगे भड़के और समाज में तनाव बढ़ा है। उनका कहना है कि फिल्म में औरंगजेब को हिंदू विरोधी के रूप में दर्शाया गया है, जिससे सांप्रदायिक सौहार्द प्रभावित हो रहा है और हिंदू युवाओं में असंतोष फैल रहा है।

उन्होंने कहा कि इसी वजह से हिंदू संगठनों के नेता औरंगजेब को लेकर भड़काऊ बयान दे रहे हैं। 17 मार्च 2025 को नागपुर में हुई सांप्रदायिक हिंसा का मूल कारण भी यही बताया जा रहा है। मौलाना ने मीडिया के जरिए शांति की अपील करते हुए कहा कि वे नागपुर के उलेमा और मस्जिदों के इमामों के संपर्क में हैं और माहौल को शांत करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।

फिल्म पर विवाद, मौलाना ने लिखी चिट्ठी

उन्होंने गृहमंत्री से फिल्म के निर्देशक, निर्माता और लेखक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की अपील की है। मौलाना ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत के मुसलमान औरंगजेब को अपना आदर्श नहीं मानते, बल्कि उन्हें केवल एक शासक के रूप में देखते हैं। उन्होंने मांग की है कि फिल्म ‘छावा’ पर प्रतिबंध लगाया जाए, क्योंकि इसमें औरंगजेब की छवि नकारात्मक रूप में प्रस्तुत की गई है।

मौलाना का कहना है कि फिल्म ‘छावा’ की रिलीज के बाद से देश का माहौल अस्थिर हो गया है। फिल्म में औरंगजेब को हिंदू विरोधी रूप में दर्शाया गया है, जिससे हिंदू युवाओं को उकसाने का प्रयास किया जा रहा है। अपने पत्र में उन्होंने आग्रह किया कि इस फिल्म पर जल्द से जल्द प्रतिबंध लगाया जाए ताकि भविष्य में कहीं और सांप्रदायिक तनाव न पैदा हो।