संभागायुक्त ने की अति वर्षा और बाढ़ की स्थिति से निपटने हेतु व्यवस्थाओं की समीक्षा, दिए ये निर्देश

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  • अति वर्षा एवं बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सभी जिलों में हो समुचित प्रबंध
  • जलाशय से पानी छोड़ने की पूर्व सूचना दी जाये
  • जिला मुख्यालय में आपदा नियंत्रण केन्द्र 24 घंटे रहे सक्रिय
  • संभागायुक्त ने अति वर्षा एवं बाढ़ की स्थिति से निपटने हेतु व्यवस्थाओं की समीक्षा की

इंदौर। संभागायुक्त मालसिंह ने आज वर्षा काल के दौरान अति वर्षा एवं बाढ़ की स्थिति से निपटने हेतु व्यवस्थाओं की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। इस अवसर पर संभागायुक्त कार्यालय में आईजी राकेश गुप्ता, धार कलेक्टर प्रियंक मिश्र, एनवीडीए की सपना जैन और विजयवत, जल संसाधन विभाग, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी, जिला कमाडेंट होमगार्ड सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे। वीसी में इंदौर संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर शामिल हुए।

बैठक में संभागायुक्त श्री मालसिंह ने कहा कि अति वर्षा एवं बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सभी जिलों में समुचित प्रबंध किये जायें। होमगार्ड एवं वाहनों की पर्याप्त व्यवस्था पहले से तैयार रखें। कहीं भी जल भराव एवं आवागमन बाधित न हो, इसलिये नदी-नाले की सफाई का कार्य एवं भराव क्षेत्र अंतर्गत अतिक्रमण हटाये जाने की कार्यवाही सुनिश्चित करें। जल संसाधन विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि बांधों /जलाशय से पानी छोड़ने के पूर्व उसकी सूचना कलेक्टर, एस.डी.एम., रेल्वे अधिकारी सहित अन्य सभी संबंधित अधिकारियों को दी जाये। जल स्तर की जानकारी डाटा सेंटर को त्वरित रूप से उपलब्ध करायी जाये। बांध पर वर्षा मापन के आंकड़े प्रति घण्टा / प्रतिदिन एकत्र करें। उन्होंने निर्देश दिए कि जल संसाधन विभाग से बांध से पानी छोड़ने की सूचना प्राप्त होते ही तत्काल पंचायत एवं निकटस्थ ग्रामों को सूचित किया जाये। आपातकालीन स्थिति हेतु आपदा प्रबंधन प्लान तैयार कर आवश्यक सामग्री की व्यवस्था की जाये। तत्काल उपचार हेतु चिकित्सक एवं दवाईयों की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाये। जल भराव वाले स्थानों को चिन्हांकित कर जल भराव को निकालने की कार्यवाही सुनिश्चित करें।

संभागायुक्त ने कहा कि अतिवर्षा की स्थिति में प्रभावित पुल-पुलियों को चिन्हांकित कर सावधान, खतरे का बोर्ड एवं ड्राप गेट लगाये जायें। आपदा प्रबंधन विभाग प्लान तैयार कर आपदा से संबंधित आवश्यक सामग्री की व्यवस्था सुनिश्चित कर लेवें। उन्होंने कहा कि आवश्यक सेवायें जैसे ऊर्जा, संचार, सड़क एवं पुलों आदि के रखरखाव की स्थिति की जानकारी हेतु संबंधित विभागों के नोडल अधिकारी नामांकित किये जाएं। जिले में बाढ़ उन्मुख क्षेत्रों में चारा एवं भूसा की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित हो। पेयजल की पर्यात व्यवस्था रहे। स्वास्थ्य एवं सफाई के लिए पर्याप्त साधनों की उपलब्धता ब्लीचिंग पाउडर, क्लोरिन टैबलेट, लाइम पाउडर इत्यादि की पर्याप्त भण्डारण एवं उपलब्धता सुनिश्चित रहे।

संभागायुक्त ने कहा कि बाढ़ वाले क्षेत्रों में राहत शिविर स्थापित करने के लिए स्थानों को चिन्हित कर उनकी सूची तैयार कर लें। नाव, मोटर बोट, रबर बोट एवं बेडे इत्यादि की जानकारी रखें। उपयोगी उपकरणों तैयार रखें। खोज एवं बचाव दलों को उपयुक्त स्थानों पर पदस्थ किया जाये। बाढ़ से बचने की जानकारी जन साधारण में विभिन्न माध्यमों से प्रसारित किया जाये। जिला मुख्यालय में आपदा नियंत्रण केन्द्र 24 घंटे पूरी तरह से सक्रिय रहे। बाढ़ उन्मुख जिलों के कलेक्टर सेना के निकटस्थ छावनी के अधिकारियों से वर्षा ऋतु में निरंतर संपर्क बनाए रखें। प्रत्येक जिले में अपने क्षेत्र के अंतर्गत बहने वाली नदी एवं नालों के खतरे के जल स्तर को चिन्हांकित करते हुए खतरे के निशान से जल स्तर अधिक होने पर स्थिति में किये जाने वाले कार्यों को निर्धारित कर सूचीबद्ध करने के निर्देश दिए गये।

संभागायुक्त ने खेत में कार्य करने वाली महिलाओं राजन बाई, देवकला, ताराबाई, जमुना बाई और कृषक जवाहर पाटीदार से चर्चा की। महिलाओं द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा लाडली बहना  योजना के फार्म जमा किए हैं।  ग्राम पंचायत सचिव तथा महिला बाल विकास विभाग को मौके पर ही निर्देशित किया गया कि आपस में समन्वय कर महिलाओं को लाडली बहना का लाभ प्राप्त हो यह सुनिश्चित करें। संभागायुक्त द्वारा पोषण आहार पुनर्वास केंद्र मानपुर का अवलोकन किया गया। जहां 7 कुपोषित बच्चे दर्ज थे।  संभागायुक्त द्वारा मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ भंडारण केंद्रों का औचक निरीक्षण किया गया तथा उपलब्ध खाद के स्टॉक को जांचा गया। स्टॉक मिलान नहीं होने पर एसडीएम राऊ श्री विजय मंडलोई को जांच रिपोर्ट देने हेतु निर्देशित किया गया। ग्राम गवली पलासिया में उपलब्ध खाद के स्टॉक को मौके पर देखा तथा निजी भंडारण को भी देखा गया।
बताया गया कि पोषण पुनर्वास केंद्र मानपुर भवन जनभागीदारी से बनाया गया है जिसकी क्वालिटी बहुत अच्छी है। सफाई कर्मी शीला कलोसिया द्वारा श्रेष्ठ कार्य करने पर प्रशंसा पत्र देने की बात कही। संभागायुक्त द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुर का निरीक्षण किया गया, जिसमें ओपीडी व्यवस्थित संचालित होना पाया गया। दवाई वितरण व्यवस्था बेहतर पायी गई।  चिकित्सालय में डॉ. तिवारी एवं स्टाफ की प्रशंसा की गई। आंगनवाड़ी केंद्र का अवलोकन किया गया। आंगनवाड़ी में बने भोजन की गुणवत्ता की जांच की गई। गुणवत्ता अच्छी पाई गई। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं द्वारा सुरक्षित आंगनवाड़ी का संचालन किया जा रहा है। कार्यकर्ताओं द्वारा बताया गया कि केंद्र के सामने शासकीय भूमि है, जिसमें झाड़ पेड़ तथा कचरा है, जिसकी सफाई होकर बगीचा निर्माण किया जाए। आयुक्त द्वारा सीएमओ मानपुर को मौके से ही निर्देशित किया गया कि आज ही मैदान की स्वच्छता की जाए। फलस्वरूप शाम 5 बजे तक मैदान साफ सुथरा तथा कचरा विहीन हो गया।
संभागायुक्त द्वारा जनपद पंचायत कार्यालय धरमपुरी का निरीक्षण किया गया। कार्यरत कर्मचारी अनुपस्थित रहने पर नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गये। लेखा शाखा प्रभारी द्वारा स्टेशनरी में किए गए भुगतान की सामग्री का स्टाक पंजी संधारित नहीं करने तथा अभिलेखों के संधारण में लापरवाही बरतने के कारण विभागीय जांच करने के निर्देश दिये गये। मनरेगा द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली गई। तहसील कार्यालय धरमपुरी के निरीक्षण के दौरान साफ सफाई नहीं होने से संबंधित को फटकार लगाई तथा सुधार के निर्देश दिए। संभागायुक्त द्वारा Revenue  केस मैनेजमेंट सिस्टम के के नंबर 295 जांचा गया, खामियां पाए जाने पर मौके पर ही एसडीएम मनावर तथा तहसीलदार को एक सप्ताह में व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। मतदान केंद्र 132 प्राथमिक विद्यालय डोंगरी दसोड़ा का अवलोकन किया गया। सेक्टर अधिकारी द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने तथा बीएलओ द्वारा कार्रवाई नहीं करने पर नाराजगी जाहिर की गई। भ्रमण के समय श्री रामलाल चौहान क्षेत्र संयोजक, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य, एसई आरईएसआई, संयुक्त संचालक आईसीसीडीसी आदि उपस्थित थे।
  कृषक जितेंद्र पाटीदार निवासी धेगदा द्वारा बताया गया कि धरमपुरी-मांडव मार्ग एमपीआरडीसी द्वारा बनाया गया, परंतु ग्राम धेगड़ा तथा दसोड़ा के बीच आधा किलोमीटर का मार्ग निर्मित नहीं किया गया। मौके से ही एमपीआरडीसी के अधिकारियों से दूरभाष पर चर्चा कर प्रस्ताव प्रेषित करने के निर्देश दिए गए।