धार: धार के पास स्थित तक कारम डैम का इस वक्त जो हाल है वह सभी के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है. डैम की पाल लगातार धसक रही है जो कभी भी बड़े हादसे का रूप ले सकती है. इस बारे में मुख्यमंत्री से लेकर जिला प्रशासन और पूरे मध्यप्रदेश में उथल-पुथल देखी जा रही है.
बता दें कि कारम डैम का निर्माण बहुचर्चित सेवानिवृत्त नौकरशाह और कई घोटालों में फंसे राधेश्याम जुलानिया के कार्यकाल में शुरू हुआ था. जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट इस बात की जानकारी दे चुके हैं कि कारम डैम के निर्माण की ईओडब्ल्यू जांच कर रही है.
बताया जा रहा है कि जुलानिया के साथ ई टेंडर सहित कई अन्य बड़े ठेकों में एक प्रभावी मंत्र की पार्टनरशिप भी रही है और वह इस घटिया निर्माण के दोषी हैं. 1 वर्ष पहले ही इस डैम का निर्माण हुआ है और पहली बारिश ने इसकी पोल खोल कर रख दी. पोल खोलना तो ठीक लेकिन हजारों लाखों लोगों की जान पर बन आई है. आज तिरंगा रैली के लिए इंदौर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कारम डैम के घटनाक्रम के चलते चिंतित नजर आए. 304 करोड़ की लागत से इस डैम का निर्माण किया गया था. लेकिन निर्माण में जो घोटाला हुआ है उसी के चलते आज ये स्थिति बनी है. अब यह देखने वाली बात होगी कि मामा जी इससे डैम निर्माण घोटाले में शामिल लोगों के खिलाफ क्या कदम उठाते हैं.
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यह है पूरा मामला
इंदौर के पास धार जिले का डैम फूटने की कगार पर पहुंच चुका है. 304 करोड़ की लागत से इस डैम को तैयार किया गया था लेकिन पहली बारिश में ही इसकी असलियत सामने आ गई है. बारिश शुरू होते ही सीपेज शुरू हो गया है और लगातार पानी बह रहा है और दीवार यानी डैम की पाल धसकती नजर आ रही है और पानी के फव्वारे निकल रहे हैं. हालात को देखते हुए प्रशासनिक अमला और अधिकारी मौके पर मौजूद हैं.
इंदौर और भोपाल के विशेषज्ञों की टीम मौके पर पहुंच गई है. पुलिस ने धार के 12 खरगोन के 9 गांवों को खाली कराना शुरू कर दिया है. इसी के साथ NH 13 पूरी तरीके से बंद है. वहीं लोगों से उनके घरों को छोड़कर सुरक्षित और ऊंचे स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है.