दुनिया का पहला केस : 14 किलो का ट्यूमर निकाल डॉक्टर्स ने रचा इतिहास

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नई दिल्ली : अभी तक आपने ट्यूमर के ऑपरेशन सफल होते हुए तो कई बार देखे या इसके बारें में सुने होगा पर आज हम आपको एक ऐसे केस के बारें में बताने जा रहे है, जिसके बारे में आपको जानकार आश्चर्य होगा। जी हां, बता दे कि  देश की राजधानी दिल्ली में डॉक्टर्स की एक टीम ने मिलकर एक ऐसा कारनामा कर दिखाया जिसकी कल्पना करना भी शायद मुश्किल था। फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट में सीटीवीएस के हेड और संचालक डॉक्टर उद्गीथ धीर ने अपनी टीम के साथ मिलकर 25 वर्षीय पेशेंट दिवेश शर्मा के शरीर में से 14 किलो का ट्यूमर सफलतापूर्वक निकाल कर इतिहास रच दिया है।

8 घंटे तक चला ऑपरेशन
डॉक्टर उद्गीथ धीर ने बताया कि उनके लिए यह एक बहुत बड़ी चुनौती थी, क्योंकि इसके पहले उन्होंने 9 किलो से बड़ा ट्यूमर न तो कभी देखा था और न ही उसके बारे में सुना था। उनके मुताबिक़, उन्होंने जितनी भी किताबों में जितने भी तरीकों के इलाज के बारे में पढ़ा था, वो सब वे दिवेश पर कर चुके थे। लगभग 50 दिनों के इलाज और करीब 8 घंटों की सर्जरी के बाद दिवेश के शरीर से ट्यूमर निकाला जा सका।

डॉक्टर ने बताया कि दिवेश के इलाज के समय उनके साथ-साथ उनके परिवार वालों ने भी बिल्कुल हार नहीं मानी और हर कदम पर उनका साथ दिया। धैर्य, दृढ़ता और आत्मविश्वास के बल पर ही वे इस नामुमकिन लगने वाले कार्य को मुमकिन बना सके। उन्होंने आगे बताया कि इस केस के कॉम्प्लीकेशन्स ज्यादा थे, लेकिन फिर भी ये मुश्किल काम सफलतापूर्वक पूरा हो गया। कैंसर के इलाज में दुनिया के लिए ये एक ब्रेकथ्रू है। क्योंकि इस तरह का कैंसर एक बार शरीर से निकल जाए फिर उसके दोबारा होने की संभावना लगभग खत्म हो जाती है। 1 लाख में से केवल 1 शख्स को ये दोबारा होता है।