सिलेंडर की भी होती है एक्सपायरी डेट, जाने कैसे होती है सिलेंडर की मार्किंग, यह है आपके काम की खबर

Share on:

आप भी किचन में रसोई गैस सिलेंडर का इस्तेमाल करते हैं तो क्या आपके मन में ये सवाल आता है कि गैस की भी एक्सपायरी डेट होती है क्या? ऑयल मार्केटिंग कंपनी आईओसीएल ने अपनी वेबसाइट पर इस सवाल को लेकर काम की जानकारी दी है.

गैस सिलिंडर की अहम जानकारी

आईओसी (IOC) ने अपनी वेबसाइट पर जानकारी दी है कि सभी एलपीजी सिलिंडर एक खास तरह के स्टील और प्रोटेक्टिव कोटिंग के साथ बनते हैं और इनकी मैन्यूफैक्चरिंग BIS 3196 के तहत होती है. उन्हीं सिलेंडर मैन्यूफैक्चरर्स को इन्हें बनाने की इजाजत होती है जो चीफ कंट्रोलर ऑफ एक्सप्लोसिव्स (CCOE) से मान्यता प्राप्त हों और जिनके पास बीआईएस (BIS) लाइसेंस हो.

Also Read – IAS Tina Dabi ने अपने पति प्रदीप गवांडे के साथ शेयर की खूबसूरत तस्वीरें, देखें वायरल फोटोज

एक्सपायरी डेट को लेकर ये है तथ्य

हालांकि ये सर्कुलर साल 2007 का है लेकिन आईओसी की वेबसाइट पर ये जानकारी भी दी गई है कि चूंकि एक्सपायरी डेट उन वस्तुओं की होती है जो किसी पर्टिकुलर समय में खराब होने वाले होते हैं. एलपीजी सिलेंडर की बात करें तो इनका निर्माण कई बाहरी और भीतरी मानकों से तय होकर निकलता है तो इनकी एक तरह से कोई एक्सपायरी डेट नहीं होती और सिर्फ तय समय पर टेस्टिंग होती है.

सिलेंडर की मार्किंग या कोड क्या होता है, ऐसे समझें-जानें

एलपीजी सिलेंडरों की स्टैच्युटरी टेस्टिंग और पेंटिंग के लिए समय तय किया जाता है और इनके ऊपर एक कोड की तरह ये लिखा जाता है कि अगली डेट कौनसी होगी जिसपर इन्हें टेस्टिंग के लिए भेजा जाएगा. उदाहरण के लिए A 2022 का अर्थ है कि साल 2021 की पहली तिमाही अप्रैल-जून में इनको टेस्टिंग के लिए भेजा जाएगा. इसी तरह B 2022 जिन सिलेंडर पर लिखा होगा उनको साल 2022 की दूसरी तिमाही जुलाई-सिंतबर के बीच री-टेस्टिंग के लिए भेजा जाएगा.

अधिक जानकारी के लिए इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं और डिटेल में सारी सूचना पढ़ सकते हैं. इसके लिए आपको इस लिंक पर जाना होगा- iocl.com/download/statement-from-iocl.pdf

Also Read – IAS अतहर की पत्नी Mehreen Qazi की दिलकश फोटोज हो रही वायरल, हर कलर में लग रही खूबसूरत