सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में मौजूदा गहरे दबाव के कारण बारिश की संभावना बनी हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, इस गहरे दबाव के शुक्रवार को एक चक्रवात में बदलने की संभावना है। इस चक्रवात को ‘आसन’ नाम दिया गया है और यह अगस्त के महीने में उत्पन्न होने वाला पहला ऐसा चक्रवात होगा, जो विशेष रूप से दुर्लभ माना जा रहा है।
आसन चक्रवात की दिशा और प्रभाव
IMD के अनुसार, आसन चक्रवात अरब सागर के ऊपर बनने की संभावना है और यह गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र से होकर ओमान तट की ओर बढ़ेगा। इस चक्रवात के बनने की प्रक्रिया गुरुवार से शुरू हो चुकी है और यह पश्चिम की ओर बढ़ते हुए, 30 अगस्त को चक्रवात के रूप में उभर सकता है। मौसम विभाग ने बताया कि यह चक्रवात अगले 2 दिनों में भारतीय तट से दूर पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर स्थित रहेगा।
गुजरात के कांडला तट पर अलर्ट
गुजरात के कांडला तट पर चक्रवाती तूफान के कारण तेज लहरें उठने की संभावना को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। तटीय इलाकों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है और लोगों को समुद्र से दूर रहने की सलाह दी गई है।
वर्तमान बारिश की स्थिति
गुरुवार को वडोदरा और अन्य क्षेत्रों में बारिश की स्थिति में थोड़े सुधार के बावजूद, लगातार बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हुआ है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कच्छ, जामनगर और देवभूमि द्वारका जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया है ताकि नुकसान का आकलन किया जा सके। हालांकि, कच्छ और देवभूमि द्वारका जिलों के तटीय इलाकों को छोड़कर, अन्य क्षेत्रों में बारिश की मात्रा कम हुई है।