इंदौर: कांग्रेसी विधायक संजय शुक्ला ने कहा है कि राज्य शासन के निर्देश पर नगर निगम के द्वारा हर वार्ड में बनाई गई आपदा प्रबंधन समिति मजाक बनकर रह गई है । इस समिति में एक तरफ जहां नगर निगम के चर्चित बल्ला कांड के आरोपी को सदस्य बना दिया गया है, तो वहीं दूसरी तरफ किसी भी विशेषज्ञ को सदस्य नहीं बनाते हुए भाजपा नेता पति पत्नी और भाई बहन को सदस्य बना दिया गया है।
शुक्ला ने कहा कि प्रदेश की भाजपा की सरकार के गृह मंत्रालय ने 10 मई को एक आदेश जारी किया था। इसमें नगरीय निकायों ओर पंचायतों में आपदा प्रबंधन समिति गठित करने के लिए कहा गया था। इसमें सांसद और विधायक के प्रतिनिधि, नगर निगम आयुक्त का प्रतिनिधि, सामाजिक संगठन के प्रतिनिधि, वार्ड के प्रतिष्ठित निजि चिकित्सक, स्वंयसेवी संगठन, जनअभियान परिषद, राजनैतिक एवं सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता और महिला स्वंय सहायता समुह की सदस्यों को शामिल किया जाना था। इंदौर के वार्डों की जो कमेटी बनाई गई, उसमें एक भी डॉक्टर का नाम शामिल नहीं है। स्वंय सहायता समूह की सदस्यों, स्वंयसेवी संगठनों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के नाम भी गायब है। प्रशासन ने इनके बजाए भाजपा के मंडल और वार्ड के कार्यकर्ताओं को शामिल कर लिया है। वहीं कांग्रेस के तीनों विधायकों के प्रतिनिधियों के नाम भी सूची में नहीं है।
शुक्ला ने कहा कि इस कमेटी में जरूरी लोगो को छोड़कर भाजपा चुनाव मैनेजमेंट कमेटी बना दिया गया है । इसमें कई वार्डों में भाजपा पार्षदों के पतियों सहित उनके रिश्तेदारों को समिति में शामिल कर लिया। वार्ड 11 में पूर्व पार्षद भागवती रेडवाल के साथ उनके पति मांगीलाल रेडवाल, वार्ड 17 में पूर्व पार्षद पार्वती कुशवाह और उनके पति अशोक कुशवाह, वार्ड 24 में पूर्व पार्षद प्रिया यादव और उनके जेठ जीतू यादव, वार्ड 26 में पूर्व पार्षद यशोदा धीमान और उनके भाई लालबहादूर वर्मा, वार्ड 40 में अनिता पाटीदार और उनके पति सुनील पाटीदार, वार्ड 54 में मंजू गोयल और पति राकेश गोयल, वार्ड 78 में सावित्री आर्य और उनके पति ओमप्रकाश आर्य, वार्ड 81 में द्रोपदी चौधरी और निलेश चौधरी, वार्ड 19 सुनीता मिश्रा और दिलीप मिश्रा, वार्ड 51 में वंदना यादव और कमल यादव, वार्ड 50 में सुनीता सोलंकी और राजेश सोलंकी, वार्ड 75 में पुष्पा पारगी और बसंत पारगी को सदस्य बनाया गया है।
इसी तरह से वार्ड वार्ड 64 की समिति में पूर्व पार्षद सीमा विरांग और वार्ड 63 की कमेटी मेंं उनके भाई रितेश विरांग को सदस्य बना दिया गया। क्या बगेर डॉ के समिति ये बता पाएगी की कोरोना किस स्तर पर वार्ड में है? शुक्ला ने कहा कि कमेटी के गठन की सूची पूरी तरह से राजनीतिक है। ये आपदा प्रबंधन के लिए नही चुनाव मैनेजमेंट के लिए बनाई गई है। हमारी मांग है कि राज्य सरकार के निर्देश के खिलाफ जाकर बनी इस कमेटी को तुंरत भंग किया जाए ओर सही लोगो को इसमें शामिल कर उसका पुनर्गठन किया जाए।