दुनिया को पूरी तरह से बदल चुका कोरोना वायरस एक बार फिर लोगो को डरा सकता है। दरअसल ब्रिटेन में कोरोना के नए वैरिएंट एरीस का खतरा मंडराने लगा है। मीडिया की जानकारी के अनुसार हर 7 नए मरीजों में से एक मरीज कोरोना के नए वैरिएंट एरीस से संक्रमित आ रहा है। इसको लेकर WHO चीफ ने दुनिया को सतर्क रहने की हिदायत दी है।
दुनिया को बंद कमरों दाल देने वाला व् दुनिया के तमाम देशों की अर्थव्यवस्था को पटरी से उतर देने वाला कोरोना वायरस ब्रिटेन को फिर से अपने नए रूप में डरा रहा है। ब्रिटेन में कोरोना के नए वैरिएंट एरीस ने हेल्थ डिपार्टमेंट को चिंता में डाल दिया है। ब्रिटेन के स्वास्थ अधिकारियों के मुताबिक, एरीस वैरिएंट का साइंटिफिक नाम EG.5.1 है और ये ओमिक्रॉन से पैदा हुआ है। कुछ समय पहले कोरोना परिवार के ही वेरिएंट ओमिक्रॉन ने दुनिया को डराया था अब उसी का एक और वैरियंट एरीस ब्रिटेन समेत तमाम देशों को डरा रहा है। ब्रिटेन में जून में पहली बार एरीस वेरियंट को डिटेक्ट किया गया था। तब से हर दिन इसके नए मामले सामने आ रहे हैं। वही 31 जुलाई को इसे एक नए वैरिएंट के रूप में क्लासिफाई किया गया।
वैक्सीन से होगी सुरक्षा!
गौरतलब है की भारत में एक समय वैक्सीन को लेकर भी राजनीतिक जंग देखने को मिली थी। लेकिन कोरोना के आगे किसी राजनीती पार्टी की नहीं चली जिसके चलते ज्यादा से ज्यादा लोगो ने कोरोना की वैक्सीन लगवाई थी। अब वैक्सीन लग जाने के बाद कोरोना से लोग काफी सुरक्षित दिखाई दे रहे है।
ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर WHO चीफ टेड्रोस एडनॉम घेबियस ने कहा है कि- लोग वैक्सीन की वजह से काफी सुरक्षित हैं, लेकिन किसी भी देश को कोरोना के खिलाफ अपनी लड़ाई और सतर्कता में कमी नहीं लानी चाहिए। बुजुर्गों को नए वैरिएंट से खतरा हो सकता है लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है सतर्कता बरतने की जरूरत है।