इंदौर : ग्रीन एनर्जी की राह पर चलते हुए घरों, बहुमंजिला इमारतों, दुकानों ,कारखानों, शासकीय दफ्तरों, प्रायवेट दफ्तरों, माल्स आदि की छतों का सदुपयोग कर सतत ही बिजली बनाई जा रही है। हर माह मालवांचल में सैंकड़ों नए परिवार ग्रीन एनर्जी की ओर अग्रसर हो रहे है। बिजली वितरण कंपनी इन्हें पूरी तरह मदद कर मेरी छत, मेरी बिजली का नारा बुलंद करने में सहयोगी बनी हुई है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने बताया रूप टाप सोलर एनर्जी केंद्र शासन और राज्य शासन की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और ऊर्जामंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के निर्देशानुसार कंपनी क्षेत्र में छतों से बिजली बनाने के लिए उपभोक्ताओं की सतत मदद की जा रही है। इसी कारण घरों, बहुमंजिला इमारतों, दुकानों, कारखानों, कार्यालयों, माल्स आदि की छतों पर पैनल्स लगाकर सौर ऊर्जा से बिजली बनाने वालों की संख्या सतत बढ़ रही है।
प्रबंध निदेशक ने बताया एक वर्ष में इनकी संख्या 40 फीसदी तक बढ़ी है। 24 मार्च की स्थिति में इंदौर शहर के 2700 और इंदौर जिले के कुल 2900 उपभोक्ता अपनी छतों का उपयोग बिजली बनाने में कर रहे है। इसी तरह उज्जैन जिले में 566, रतलाम जिले में 188, धार जिले में 170, खरगोन जिले में 128 स्थानों पर छतों से बिजली तैयार की जा रही है।
इन सभी स्थानों पर नेट मीटर लगे है, जो परिसरों में उत्पादित बिजली की गणना कर लाइनों में प्रवाहित करते है, इन सभी स्थानों पर उपभोक्ता पूर्ववत लाइनों से प्राप्त बिजली का उपयोग करते है। बिल अंतर राशि का दिया जाता है। सभी स्थानों पर छतों पर पैनल्स लगाकर बिजली तैयार करने वाले परिवारों को बिजली के बिल में काफी राहत मिल रही है। इसी के चलते इंदौर शहर में सबसे ज्यादा परिवार सौर ऊर्जा से बिजली की ओर बढ़ रहे है। इंदौर शहर में एक वर्ष में एक हजार स्थानों पर नए सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित हुए है।
लाभार्थियों का अभिमत
बिजली कंपनी के सत्यसांई जोन इंदौर के तहत आनंदा कालोनी निवासी उपभोक्ता श्री अविनाश सेठी का कहना हैं कि मेरे परिसर से 400 से 500 यूनिट बिजली प्रति माह तैयार होती है। समय के मांग के साथ ही यह बचत के लिए भी बहुत अच्छा उपाय है। संगम नगर जोन इंदौर के तहत एयरपोर्ट रोड पर विद्याधाम ट्रस्ट के श्री दिनेश शर्मा ने बताया कि हमारे यहां दो माह पहले सौलर सिस्टम लगाया गया है। एक माह में छः हजार यूनिट से ज्यादा बिजली तैयार हो गई है। इससे ट्रस्टी बहुत प्रसन्न है।