झारखंड के दुमका जिलें में 12 वीं की छात्रा को पेट्रोल डालकर जलाने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि समाज में कई तरह की कुरीतियां देखने को मिल रही हैं। कानून अपनी जिम्मेदारी से काम कर रहा हैं और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया हैं। बढ़ रही ऐसी घटनाओं को देखते हुए कानून में बदलाव करके और कड़े करना चाहिए। जिससे आरोपी ऐसी हरकत करने से डरे।
सीएम हेमंत ने बयान में कहा, ऐसे लोगों को माफ नहीं किया जाना चाहिए, उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए। ऐसी घटनाओं के लिए मौजूदा कानूनों को और मजबूत करने के लिए कानून लाया जाना चाहिए।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने दुमका की घटना का संज्ञान लेते हुए झारखंड के डीजीपी को चिट्ठी लिखकर इस मामले में न्याय सुनिश्चित करने को कहा। इसके साथ ही दुमका के एसपी को भी चिट्ठी लिखकर इस मामले में की गई है कार्रवाई का 7 दिनों के भीतर ब्योरा देने को कहा है।
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मिली जानकारी के मुताबिक, जिस डीएसपी नूर मुस्तफ़ा के नाम पर बीजेपी ने आपत्ति जताई थी, उन्हें अब केस से हटा दिया गया है। परिवार वालों ने भी उसे हटाने की मांग की थी।
भाजपा ने दुमका कांड में कहा कि, यह सिर्फ डेमोग्राफिक ही नहीं बदलना चाहते बल्कि ज़मीन का भी जिहाद कर रहे हैं। बंग्लादेशी जिहादियों ने अब तक 10,000 एकड़ ज़मीन हड़प ली है। मैं सरकार से मांग करता हूं की SIT गठन कर इसपर फास्ट्रैक मामला चलाया जाए।
घटना के बाद धारा 144 लागू
दुमका में मंगलवार को शाहरुख नामक एक युवक ने एकतरफा प्यार में असफल होने पर 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली 19 साल की युवती को जिंदा जला दिया जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण होने के बाद प्रशासन ने वहां धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी है।
दुमका के पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा ने बताया कि घटना में 90 फीसदी झुलस गयी युवती को इलाज के लिए रांची स्थित रिम्स में भर्ती कराया गया था, जहां रविवार तड़के ढाई बजे उसकी मौत हो गयी।