देश में लोकसभा चुनावों का दौर चल रहा है। चुनावी आरोप प्रत्यारोपो का दौर चरम पर है। एक पक्ष दूसरे पक्ष पर कोई भी तंज अपना दबदबा कायम करने के दृष्टिकोण से कसता है। वही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कई अहम टिप्पणियां कीं। वह मोदी के लिए कुछ भी पकाने को तैयार हैं, लेकिन क्या प्रधानमंत्री इसका स्वाद चखने के लिए तैयार होंगे..?
‘अगर प्रधानमंत्री चाहें तो मैं उनके लिए खाना बना सकती हूं’
इस मामले पर ताजा.. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तेजस्वी पर हमला बोला था। राजद नेता तेजस्वी यादव नवरात्रि के दौरान मछली खाने को लेकर आलोचनाओं के घेरे में आ गए हैं। इसका जवाब सीएम ममता बनर्जी ने अपने अंदाज में दिया, “अगर प्रधानमंत्री चाहें तो मैं उनके लिए खाना बना सकती हूं, पर क्या वह मेरा बनाया हुआ खाना खाएंगे? यह मुझे नहीं पता लेकिन मैं बचपन से ही अच्छा खाना बनाती हूं। हर कोई मेरी पाक कला की सराहना करता है। लेकिन क्या मोदीजी मेरा खाना खाएंगे? अगर वे मुझ पर विश्वास करते हैं, तो मैं वही पकाऊँगी जो उन्हें पसंद है… क्या वह खाएंगे?
‘उन्हें जितना मछली का सूप पसंद है उतना ही ढोकला भी’
ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें जितना मछली का सूप पसंद है उतना ही ढोकला जैसा शाकाहारी खाना भी पसंद है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के अलग-अलग संप्रदायों के अपने-अपने नियम हैं। उनकी खान-पान की आदतें भी अलग-अलग हैं। कौन क्या खाता है, यह तय करने वाली बीजेपी कौन होती है? उन्होंने कहा, भारत विविधता में एकता का सबसे अच्छा उदाहरण है। इससे पता चलता है कि बीजेपी नेताओं में जागरूकता कितनी कम है।
‘BJP का ममता बनर्जी पर पलटवार’
ममता बनर्जी के प्रधानमंत्री के लिए खाना बनाने के बयान पर BJP ने पलटवार किया और कहा, कि मोदी जी को आप मछलिया खिलाना चाहते हैं। इसलिए मुख्यमंत्री ने जानबूझकर प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया। वह अच्छी तरह से जानती हैं कि पीएम शाकाहारी हैं और मछली या कोई अन्य मांस नहीं खाते हैं। तो मोदीजी की बातों को तोड़-मरोड़कर क्यों पेश किया जा रहा है?
त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल तथागत राय और बीजेपी नेता शंकुदेव पांडा ने सीएम ममता पर निशाना साधते हुए कहा कि वे हिंदुओं का अपमान कर रही हैं।